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*Nepal” जाने वाले भारतीय पर्यटकों के बड़ी ख़बर, क्यूआर कोड से भारत-नेपाल के बीच लेनदेन हुआ शुरू; जानिए एक बार में कितनी होगी लिमिट…*

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नेपाल के साथ भारत के रिश्ते और भी मजबूत होने वाले हैं आपको बता दें की दोनो देश अब डिजिटिल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर क्यूआर कोड स्कैन कर लेनदेन कर सकेंगे, ये भारत से नेपाल के रिश्ते को और भी आगे बढ़ाएगा, भारत के सहयोग से नेपाल ने भी डिजिटल लेनदेन की दुनिया में कदम रखा है। दोनों देशों के लोग अब डिजिटिल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर क्यूआर कोड स्कैन कर लेनदेन कर सकेंगे। बुधवार से इसकी शुरुआत सिटिजन बैंक इंटरनेशनल और ज्योति विकास बैंक से हुई है। भारत के फोन-पे भीम तथा यूपीआई के माध्यम से नेपाल में क्यूआर कोड स्कैन कर भुगतान किया गया, भारत के फोन-पे, भीम तथा यूपीआई के माध्यम से नेपाल में क्यूआर कोड स्कैन कर भुगतान किया गया। अभी पांच हजार रुपये के लेनदेन के साथ सेवा शुरू की गई है। नेपाल के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सीमा बढ़ाई जाएगी…

बता दें की नेपाल जाने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए ये बड़ी राहत भरी खबर है। नेपाल सरकार ने 25 हजार रुपये रखने की बाध्यता खत्म कर दी है। भारतीय पर्यटक अब जितना चाहे उतना पैसा खर्च कर सकते हैं। नेपाल में अंतर्देशीय ऑनलाइन कारोबार सेवा शुरू हुई है। भारतीय पर्यटक और अन्य भारतीय नागरिक डिजिटल भुगतान कर सकते हैं। नेपाल जाने वाले भारतीय पर्यटकों को ‘भीम’ और ‘फोन पे’ में इंटरनेशनल यूपीआई पेमेंट एक्टिव करना होगा। बृहस्पतिवार से नकद ले जाने से भारतीयों को मुक्ति मिल गई। अंतर्देशीय ऑनलाइन कारोबार सेवा संचालन में ‘फोन पे’ के आने के साथ ही भारतीय पर्यटक और अन्य काम से नेपाल जाने वाले भारतीय नागरिक ‘फोन पे’ के क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। रोजाना करीब 10000 पर्यटक नेपाल जाते हैं, इन सभी को फायदा होगा।

नेपाल राष्ट्र बैंक के गवर्नर महाप्रसाद अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में भारत के 10 बैंकों के ग्राहक अपने यूपीआई के जरिए नेपाल में भुगतान कर सकते हैं। नेपाल में फोन पे के माध्यम से भुगतान होगा। जल्द ही बाकी बैंकों को भी रिजर्व बैंक से अनुमति मिलने की उम्मीद है। फोन पे के सीईओ दिवास सपकोटा ने कहा कि फोन पे के क्यूआर के जरिए अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन लेनदेन आज से शुरू हो गया है। भारतीय ग्राहक पर्यटक नेपाल में क्यूआर के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं, इस सुविधा के बाद नेपाली ग्राहक भारत में भुगतान नहीं कर पाएंगे।

फोन पे, भीम एप में करना होगा इंटरनेशल यूपीआई पेमेंट एक्टिव

नेपाल में ””फोन पे”” के संचालक और भारत के नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के बीच समझौता हुआ। समझौते के बाद से ही ये सुविधा शुरू हो गई है। इसके तहत भारत के ””भीम”” यूपीआई और ””फोन पे”” सेवा का इस्तेमाल कर ग्राहक नेपाल क्यूआर के जरिए भुगतान कर सकते हैं। इस सेवा को लेने के लिए ””फोन पे”” और ””भीम”” एप में इंटरनेशनल यूपीआई पेमेंटस एक्टिव कराना होगा। इसके बाद नेपाली ””फोन पे”” के क्यूआर को स्कैन कर भुगतान कर सकेंगे।

नेपाली नागरिकों को भारत मे नहीं मिलेगी सुविधा

””फोन पे”” के अनुसार, अंतर्देशीय भुगतान के लिए अभी नेपाल में ईसेवा, खल्ती वालेट सहित आधा दर्जन से ज्यादा बैंकों में सुविधा शुरू हैं। इस वित्तीय संस्था के मर्चेंट के लिए वितरण किए गए ””फोन पे”” क्यूआर कोड में भारतीय पर्यटकों से भुगतान लिया जा सकेगा। नेपाली नागरिक को भारत में इसकी सुविधा नहीं मिली है। नेपाली क्यूआर से भुगतान लेने के लिए ””फोन पे”” के जरिए नेपाल राष्ट्र बैंक के स्वीकृति इंतजार कर रही है।

सरहद पर मुद्रा परिवर्तन से मिलेगी राहत

भारत से नेपाल जाने वाले भारतीय नागरिकों पर्यटकों को मनी एक्सचेंज से निजात मिल गई है। नेपाल में फोन पे की सुविधा शुरू कर दी गई है। नेपाल में भारतीय पांच सौ की मुद्रा प्रतिबंधित है। 25 हजार रुपये से अधिक मुद्रा नहीं ले जा सकते, जिसको लेकर सरहद पर भारतीय पर्यटकों को मुद्रा परिवर्तन से बड़ी राहत मिली है। सीमा पर मनी एक्सचेंज कारोबारी प्रति सैकड़ा पर चार प्रतिशत तक कमीशन लेकर नेपाली मुद्रा देते हैं। वापस भारत में जाने के दौरान बचे हुए नेपाली मुद्रा से भारतीय मुद्रा लेने पर फिर से चार प्रतिशत कमीशन देना पड़ता था।

 

 

 

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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