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“यूक्रेन के साथ खत्म हो सकता है युद्ध..”, पुतिन ने युद्धविराम के लिए यूक्रेन के सामने रखीं दो शर्तें; पुतिन का बड़ा एलान।

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने कहा है कि अगर यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुलाकर कब्जे में लिए गए इलाकों को खाली कर देता है और नाटो से जुड़ने की योजना को समाप्त करता है तो रूस युद्धविराम पर विचार कर सकता है

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को वादा किया कि अगर कीव 2022 में मॉस्को द्वारा कब्जा किए गए चार क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी शुरू कर देता है और नाटो में शामिल होने का इरादा छोड़ देता है तो यूक्रेन में तुरंत संघर्ष विराम का आदेश दिया जाएगा और बातचीत शुरू की जाएगी. हालांकि पुतिन के प्रस्ताव पर यूक्रेन की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है.पुतिन ने मॉस्को में रूसी विदेश मंत्रालय में एक भाषण में कहा, ‘हम इसे तुरंत करेंगे.’ पुतिन की टिप्पणी ऐसे समय आई जब सात प्रमुख औद्योगिक देशों के समूह (जी7) के नेताओं की इटली में बैठक हुई.रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर बड़ा आक्रमण शुरू किया था. यूक्रेन की सेनाओं के राजधानी में रूसी अभियान को विफल करने के बाद, अधिकांश लड़ाई दक्षिण और पूर्व में केंद्रित हो गई है. रूस ने अवैध रूप से पूर्व और दक्षिण में क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है.पुतिन ने ये कहा :पुतिन ने कहा कि उनके प्रस्ताव का उद्देश्य यूक्रेन में संघर्ष को रोकने के बजाय उसका अंतिम समाधान करना है. पुतिन ने जोर देकर कहा कि क्रेमलिन बिना किसी देरी के बातचीत शुरू करने के लिए तैयार है.ये रखी शर्त :रूसी नेता ने शांति के लिए जिन व्यापक मांगों को सूचीबद्ध किया उनमें यूक्रेन की गैर-परमाणु स्थिति, उसके सैन्य बल पर बैन और देश में रूसी भाषी आबादी के हितों की रक्षा करना शामिल है. पुतिन ने कहा, ये सभी बुनियादी अंतरराष्ट्रीय समझौतों का हिस्सा बनना चाहिए और रूस के खिलाफ सभी पश्चिमी प्रतिबंध हटा दिए जाने चाहिए.उन्होंने कहा कि ‘हम इतिहास के इस दुखद पन्ने को पलटने और चरण-दर-चरण, रूस और यूक्रेन और सामान्य रूप से यूरोप के बीच एकता बहाल करने का आग्रह कर रहे हैं.’

क्रेमलिन ने पहले भी कहा था-‘नाटो में शामिल होने का इरादा छोड़ दे यूक्रेन’ :पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए स्पष्ट रूप से अपनी शर्तें रखी हैं, लेकिन इसमें कोई नई मांग शामिल नहीं है. क्रेमलिन ने पहले भी कहा है कि कीव को अपने क्षेत्रीय लाभ को पहचानना चाहिए और नाटो में शामिल होने के लिए अपनी मांग छोड़ देनी चाहिए.रूस 2022 में अवैध रूप से कब्जा किए गए चार क्षेत्रों में से किसी पर भी पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रखता है, लेकिन पुतिन ने शुक्रवार को जोर देकर कहा कि कीव को उनसे पूरी तरह से हट जाना चाहिए.दक्षिण-पूर्व में जापोरिजिया में रूस अभी भी लगभग 700,000 की युद्ध-पूर्व आबादी वाले क्षेत्र को नियंत्रित नहीं कर रहा है. पड़ोसी खेरसॉन क्षेत्र में मास्को नवंबर 2022 में खेरसॉन के सबसे बड़े शहर और इसी नाम की राजधानी से हट गया. पुतिन ने कहा कि अगर कीव और पश्चिमी राजधानियां उनके प्रस्ताव को अस्वीकार करती हैं, तो जो खून खराबा जारी रहता है उसकी जिम्मेदारी यूक्रेन की है।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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