
ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- मुंबई पुलिस की एक बड़ी गलती ने आकाश कैलाश कनौजिया की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी। सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने आकाश को संदिग्ध मानकर गिरफ्तार कर लिया। इस गलती का खामियाजा आकाश को अपनी नौकरी और शादी दोनों से हाथ धोकर चुकाना पड़ा।
दरअसल, पुलिस ने आकाश को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया, जबकि वह जांजगीर की ओर जा रहे थे। बाद में असली आरोपी को ठाणे से पकड़ा गया, लेकिन तब तक आकाश की तस्वीरें मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी थीं। इस वजह से उनकी प्राइवेट कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया। यही नहीं, इस घटना से उनकी शादी भी टूट गई।
पुलिस की गलती और कानूनी लड़ाई
यह गलती तब हुई जब मुंबई पुलिस ने आरपीएफ को गलत अलर्ट भेजा, जिसमें आकाश को सैफ अली खान का हमलावर बताया गया। बाद में असली आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद को गिरफ्तार किया गया। लेकिन तब तक आकाश की जिंदगी पर गहरा असर पड़ चुका था।
आकाश ने पुलिस से अपनी पहचान साबित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज चेक करने और अपने परिवार से संपर्क करने की अपील की, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर बहस छिड़ गई थी कि गिरफ्तार व्यक्ति सीसीटीवी फुटेज वाले शख्स से मेल नहीं खाता। अब आकाश अपनी गलत पहचान से जुड़ी तस्वीरें इंटरनेट से हटाने और न्याय पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
16 जनवरी की रात सैफ अली खान के घर एक चोर ने हमला किया। सैफ ने चोर को रोकने की कोशिश की, तो उसने उन पर चाकू से हमला कर दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की और आकाश को पकड़ लिया। बाद में असली आरोपी शरीफुल इस्लाम को पकड़ा गया, जो बांग्लादेशी नागरिक है। उसने भारत में विजय दास के नाम से पहचान बनाई थी।
फिंगरप्रिंट नहीं हुए मैच
हालांकि, अब फिंगरप्रिंट जांच में नया मोड़ आया है। घटना स्थल पर मिले फिंगरप्रिंट्स आरोपी शरीफुल के फिंगरप्रिंट्स से मेल नहीं खा रहे। CID ने मुंबई पुलिस को इसकी नेगेटिव रिपोर्ट सौंप दी है। आरोपी की पुलिस हिरासत को अदालत ने 29 जनवरी तक बढ़ा दिया है।
अब देखना यह होगा कि पुलिस की इस गलती का असर आकाश की जिंदगी पर कितना और कब तक रहेगा, और क्या उन्हें इंसाफ मिल पाएगा।