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*”सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दरार की फर्जी पोस्ट, FIR दर्ज; जानें पूरा मामला।*

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- सोशल मीडिया पर बीते दिनों एक फोटो बहुत वायरल हुई थी जिसमे दिखाया गया था की विश्व प्रसिद्ध स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कभी भी गिर सकती है, क्योंकि उसमे दरारें पड़ गई हैं, बता दें की फर्जी पोस्ट वायरल करने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, साइबर क्राइम पुलिस उन तत्वों पर नकेल कस रही है जो सोशल मीडिया पर अराजकता फैलाते हैं. लोगों को गुमराह करते हैं और झूठी खबर शेयर करते हैं. वहीं, पुलिस ने सोशल मीडिया पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर पोस्ट की गई भ्रामक पोस्ट को लेकर कानूनी कार्रवाई की है।

सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भ्रामक जानकारी पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक यूजर के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. 8 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर @RaGa4India नाम के अकाउंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर भ्रामक पोस्ट किया गया था, पोस्ट में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की 2018 की तस्वीर पोस्ट की गई और दावा किया गया कि ये कभी भी गिर सकती है. मूर्ति में दरार पड़नी शुरू हो गई है. इस पोस्ट के बारे में जब बाद में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के प्रशासकों को पता चला तो उन्होने इस एक्स अकाउंट होल्डर के खिलाफ झूठी अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. एसओयू के डिप्टी कलेक्टर अभिषेक सिन्हा ने यह शिकायत दर्ज कराई है।

वही दुसरी तरफ, पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने भी सोशल मीडिया पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर दरारे पडने के दावे करती पोस्ट की जांच की और इसे पूरी तरह से गलत बताया और यह पोस्ट पूरी तरह से भ्रामक साबित हुई. टीम ने बताया कि यह तस्वीर साल 2018 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के दौरान की है, गौरतलब है कि स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि के रूप में नर्मदा जिले के केवडिया में स्थापित 182 मीटर ऊंची प्रतिमा एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है. जहां न सिर्फ गुजरात बल्कि देश-दुनिया से हजारों पर्यटक घूमने आते हैं. 31 अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया था।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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