ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- भारतीय क्रिकेट को बड़ा झटका लगा है। बंगाल के पूर्व क्रिकेटर शुबोजीत बनर्जी का मात्र 39 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। सोमवार को अपने सोनारपुर स्थित आवास पर शुबोजीत नींद में बेहोश पाए गए। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कैसे हुई मृत्यु?
सोमवार की सुबह शुबोजीत ने नाश्ता करने के बाद आराम करने के लिए कहा। उनकी नींद में ही मौत हो गई। विशेषज्ञों के मुताबिक, अनियमित जीवनशैली उनकी असामयिक मृत्यु का मुख्य कारण हो सकती है।
शुबोजीत का क्रिकेट करियर
शुबोजीत ने 2014 में बंगाल के वर्तमान कोच लक्ष्मीरतन शुक्ला की कप्तानी में बंगाल के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में डेब्यू किया था, ओडिशा के खिलाफ अपने पहले मैच में उन्होंने 51 गेंदों में 33 रन बनाए थे।
उसी साल उन्होंने वडोदरा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और अपनी दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींचा, बंगाल के लिए खेलने के अलावा, उन्होंने ईस्ट बंगाल के लिए भी क्रिकेट खेला और टीम की कप्तानी की।
क्रिकेट जगत में शोक
- शुबोजीत की मौत से क्रिकेट जगत में शोक की लहर है।
- ईस्ट बंगाल क्लब ने अपने पूर्व कप्तान की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया।
- बंगाल के कोच लक्ष्मीरतन शुक्ला ने कहा, “वह बेहद प्रतिभाशाली क्रिकेटर था। उसकी ऊर्जा और मुस्कान को हम कभी नहीं भूल सकते।”
- बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) ने शुबोजीत को श्रद्धांजलि देने के लिए अपना झंडा आधा झुका रखने का निर्णय लिया है।
स्थानीय क्रिकेट का चमकता सितारा
प्रणब नंदी की कोचिंग में शुबोजीत ने स्थानीय क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। पिछले सीजन में वह मनोहरपुकुर मिलन समिति के लिए खेलते रहे। उनकी असामयिक मृत्यु ने स्थानीय और राष्ट्रीय क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया है।
श्रद्धांजलि
शुबोजीत की मौत ने सभी क्रिकेट प्रेमियों को झकझोर दिया है। उनका योगदान और क्रिकेट के प्रति जुनून हमेशा याद किया जाएगा।