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“संस्कृति, स्वदेशी और सशक्तिकरण का संगम बना रुद्रपुर का स्वदेशी दीपावली मेला”

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संस्कृति, स्वदेशी और सशक्तिकरण का संगम बना दिवाली मेला

गांधी पार्क में रंग-बिरंगी रौनक, स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी को लेकर उमड़ा जनसैलाब
मेले की सराहना में जनता से लेकर जनप्रतिनिधि तक, महापौर विकास शर्मा की पहल बनी चर्चा का विषय

रुद्रपुर। गांधी पार्क में आयोजित स्वदेशी दीपावली मेला इन दिनों रुद्रपुर शहर की नई पहचान बन गया है। संस्कृति, स्वदेशी उत्पाद और आत्मनिर्भरता की भावना से ओत-प्रोत यह आयोजन लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। नगर निगम रुद्रपुर की ओर से आयोजित यह मेला 14 अक्टूबर से शुरू होकर 21 अक्टूबर तक चलेगा।

धनतेरस के अवसर पर मेले में खरीदारी का उत्साह चरम पर दिखा। शहरवासियों की भारी भीड़ गांधी पार्क पहुंची और स्वदेशी उत्पादों की जमकर खरीदारी की। मेले में करीब 400 से अधिक स्टॉल लगे हैं, जिनमें पारंपरिक मिट्टी के दीये, हैंडीक्राफ्ट्स, पहाड़ी उत्पाद, हर्बल वस्तुएं, स्वदेशी मिठाइयां और हस्तनिर्मित सजावटी सामान लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं। इससे छोटे व्यापारियों और स्ट्रीट वेंडर्स को बड़ी राहत मिली है।

महापौर विकास शर्मा की इस पहल की हर ओर सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि यह मेला ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों को धरातल पर उतारने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। महापौर ने कहा, “यह केवल एक बाजार नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और आत्मनिर्भरता का उत्सव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्ट्रीट वेंडर योजना और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन से प्रेरित यह आयोजन स्थानीय व्यापारियों के सशक्तिकरण का माध्यम है।”

गांधी पार्क के खुले मंच पर हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक झलक देखने को मिल रही है। उत्तराखंडी लोकनृत्य, देशभक्ति गीत, लोकसंगीत और आधुनिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया है। स्थानीय कलाकारों और स्कूली बच्चों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल रहा है, जिससे मेला सांस्कृतिक और सामाजिक समागम का रूप ले चुका है।

मेले में पहुंचे एडीएम पंकज उपाध्याय, एसडीएम गौरव पांडे, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, और कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सी.पी. शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल स्थानीय उद्यमिता और सांस्कृतिक धरोहर को एक साथ सशक्त करने का शानदार उदाहरण है।

शुरुआत में इस आयोजन को लेकर उठी आलोचनाओं को मेले की सफलता ने जवाब दे दिया है। अब यह मेला न केवल रुद्रपुर का गौरव बन गया है, बल्कि जनता के सहयोग से एक ऐतिहासिक उत्सव का रूप ले चुका है।

महापौर विकास शर्मा ने कहा कि अगले वर्ष इस आयोजन को और भव्य स्वरूप में प्रस्तुत किया जाएगा ताकि स्वदेशी दीपावली का संदेश हर घर तक पहुंचे और स्थानीय व्यापार को नई ऊर्जा मिले।

Rajeev Chawla


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