

रुद्रपुर। उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड कर्मचारी संघ और उत्तराखंड मंडी समिति कर्मचारी संघ के संयुक्त बैनर तले कर्मचारियों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा करने की अपील करते हुए कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
मंगलवार को प्रदेशभर के मंडी कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर मंडी निदेशालय परिसर में एकत्र होकर धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का कहना था कि वे लंबे समय से अपनी मांगों को शासन-प्रशासन के समक्ष रखते आ रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। इसी उपेक्षा के चलते अब उन्होंने आंदोलन का रास्ता अपनाने का निर्णय लिया है।
ये हैं कर्मचारियों की तीन प्रमुख मांगे
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को प्रमुखता से उठाया:
1. दुकानों और परिसंपत्तियों को फ्री होल्ड या लीज पर देने की मांग – मंडी समितियों की दुकानों और संपत्तियों को कर्मचारियों व अन्य इच्छुक हितधारकों को फ्री होल्ड करने या लीज पर देने की मांग उठाई जा रही है।
2. अन्य विभागों के कर्मियों का मंडी विभाग में समायोजन – कर्मचारियों ने मांग की कि अन्य विभागों के कर्मियों को भी मंडी विभाग में समायोजित किया जाए, ताकि विभागीय संरचना को मजबूत किया जा सके।
3. बोर्ड निधि का सही उपयोग – मंडी बोर्ड की निधि को अन्य गैर-जरूरी मदों में खर्च करने के बजाय उचित उपयोग में लाने की मांग की गई।
सरकार की अनदेखी से नाराज कर्मचारी
धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर पहले भी कई बार शासन-प्रशासन से वार्ता कर चुके हैं। इसके बावजूद अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। इससे प्रदेशभर के मंडी समिति कर्मचारियों में गहरी नाराजगी है। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है, जबकि वे लोकतांत्रिक तरीके से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि सरकार जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल
इस विरोध प्रदर्शन में मंडी समिति कर्मचारी संघ और विपणन बोर्ड कर्मचारी संघ के कई वरिष्ठ पदाधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान राजेंद्र प्रसाद, प्रदीप नौटियाल, विश्व विजय देव सिंह, दिग्विजय सिंह देव, मोहन चंद्र जोशी, कौशलेंद्र माहरा, योगेश तिवाड़ी, संजीव कुमार, त्रिभुवन सिंह समेत कई कर्मचारी मौजूद रहे।
संघ के नेताओं ने स्पष्ट कहा कि यदि उनकी तीन सूत्रीय मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया, तो वे चरणबद्ध आंदोलन के तहत आगे भी विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।