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“Bollywood की अश्लीलता पर केंद्र का एक्शन” अश्लील सीरीज दिखाने वाले इन OTT प्लेटफॉर्म्स, 19 साइट्स-10 एप्स और 57 सोशल मीडिया हैंडल्स को सरकार ने किया ब्लॉक…

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“Bollywood” के अश्लील कंटेंट परोसने के खिलाफ केंद्र सरकार का एक्शन लगातार जारी है, अपने व्यूज और करोड़ों रुपए कमाने के चक्कर में कई ओटीटी प्लेटफार्म्स अश्लील कंटेट लोगों के आगे परोसने से पीछे नहीं रहते, बता दें की इन्ही ओटीटी प्लेटफार्म्स के खिलाफ केंद्र सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है इसी क्रम में बता दें की एक बार फिर ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट को लेकर भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बड़ा एक्शन उठाया है…”

गुरुवार (14 मार्च, 2024) को 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स, 19 वेबसाइट्स, 10 मोबाइल एप्स (सात गूगल प्ले स्टोर और तीन ऐप्पल ऐप स्टोर की) और 57 सोशल मीडिया हैंडल्स को देशभर में ब्लॉक कर दिया।

ब्लॉक किए गए 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील, असभ्य और कुछ मौकों पर पॉर्न कंटेंट भी परोसा गया था. केंद्र की ओर से यह एक्शन तब लिया गया है, जब पूर्व में कई बार केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से इस बारे में चेतावनी भी जारी की जा चुकी थी। अनुराग ठाकुर की ओर से बार-बार प्लेटफॉर्म्स को आगाह किया गया था कि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और अश्लील, गंदे, भद्दे और पॉर्न कंटेंट को बढ़ावा न दें. 12 मार्च, 2024 को अनुराग ठाकुर ने घोषणा की थी कि 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स इस तरह के कंटेंट को परोस रहे हैं।

ये OTT प्लेटफॉर्म्स किए गए ब्लॉक

ड्रीम्स फिल्म्स, नियॉन एक्स वीआईपी, मूड एक्स, वूवी, बेशर्म्स, मोजफ्लिक्स, येस्मा, हंटर्स, हॉट शॉट्स वीआईपी, अनकट अड्डा, रैबिट, फूजी, ट्राई फ्लिक्स, एक्ट्रामूड, चीकूफ्लिक्स, एक्स प्राइम, नियूफ्लिक्स और प्राइम प्ले.

इतने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर गिरी गाज

केंद्र के हालिया एक्शन के तहत 12 फेसबुक अकाउंट, 17 इंस्टाग्राम हैंडल, 16 एक्स (पहले टि्वटर नाम से मशहूर) आईडी और 12 यूट्यूब चैनल ब्लॉक कर दिए गए।

IT एक्ट, 2000 के प्रावधानों के तहत हुआ एक्शन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की ओर से यह एक्शन सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के प्रावधानों के तहत लिया गया है. इस कदम को उठाने से पहले सरकार के मंत्रालयों/विभागों की ओर से मीडिया और मनोरंजन जगत के एक्सपर्ट्स, महिला अधिकारों की जानकारी रखने वाली विशेषज्ञों और बाल अधिकार पर काम करने वालों से राय ली गई है।

 

(रिपोर्ट:- साक्षी सक्सेना)


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