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फर्जी दस्तावेजों पर आधार बनवाने वाली बांग्लादेशी महिला पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज।

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फर्जी दस्तावेजों पर आधार बनवाने वाली बांग्लादेशी महिला पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज।

वर्ष 2004 में बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी महिला।

रुद्रपुर में रह रही महिला पर अब 420 का केस, पुलिस ने शुरू की जांच

रुद्रपुर। कोतवाली पुलिस ने रुद्रपुर में रह रही एक बांग्लादेशी मूल की मुस्लिम महिला के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर भारतीय पहचान पत्र बनवाने के आरोप में धोखाधड़ी (धारा 420) और विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

चौकी रंपुरा प्रभारी प्रदीप कुमार की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज हुआ है। बताया गया कि वर्ष 2004 में बांग्लादेश के ढाका स्थित थाना दुपचचिया क्षेत्र से संबंधित बिलकिस नामक महिला बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत में दाखिल हुई थी। उस समय रामपुर (उत्तर प्रदेश) में महिला के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें उसे जेल भी हुई थी। फिलहाल महिला जमानत पर रिहा है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

रुद्रपुर में की शादी, फर्जी आधार और दस्तावेज बनवाए
जानकारी के अनुसार, बिलकिस ने भारत में दाखिल होने के बाद अनवर अली नामक युवक से 2004 में शादी की। कुछ वर्षों तक रामपुर में रहने के बाद वर्ष 2011 में यह दंपती रुद्रपुर आ गया और पहाड़गंज क्षेत्र में रहने लगा। यहां आकर बिलकिस ने आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार करवाए और उनका इस्तेमाल विभिन्न सरकारी योजनाओं और मतदान में किया।

पुलिस का कहना है कि विदेशी नागरिक होने के बावजूद भारतीय आधार कार्ड बनवाना गंभीर अपराध है। इसके लिए बिलकिस ने अपनी असली पहचान छिपाई और गलत जानकारी देकर दस्तावेज तैयार किए।

दो अन्य महिलाओं की भी तलाश
पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि वर्ष 2004 में बिलकिस के साथ दो और महिलाएं अवैध रूप से भारत में घुसी थीं और रामपुर तक साथ रही थीं। शादी के बाद बिलकिस का उन महिलाओं से संपर्क टूट गया। अब सवाल यह उठता है कि वे महिलाएं वापस बांग्लादेश लौट गईं या कहीं भारत में छिपकर रह रही हैं। पुलिस ने इस संबंध में रामपुर पुलिस से संपर्क साधा है।

पुलिस की जांच कई एंगल पर जारी
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि यह मामला विदेशी अधिनियम और भारतीय पहचान प्रणाली के दुरुपयोग से जुड़ा हुआ है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आधार कार्ड बनवाने के लिए किन दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया और इसमें किन लोगों की भूमिका रही। साथ ही, बिलकिस से जुड़ी कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) भी खंगाली जा रही है ताकि उसके संपर्कों और गतिविधियों का पता लगाया जा सके।

Rajeev Chawla


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