Breaking News

“बेहड़ की हुंकार”—बीजेपी के एजेंडे से गायब नजूल भूमि पर मालिकाना हक और प्रीपेड मीटर; जनता किसका साथ देगी?”

Share

ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- रुद्रपुर नगर निगम चुनाव में इस बार मुकाबला दिलचस्प हो गया है। बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर चुनाव लड़ रही है। वहीं, किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने कांग्रेस मेयर प्रत्याशी मोहन खेड़ा के समर्थन में हुंकार भर दी है। बहेड़ का कहना है कि अगर कांग्रेस को जनता का साथ मिलता है और रुद्रपुर में उनका मेयर बनता है, तो विकास की नदियां बहेंगी और सभी रुके हुए काम पूरे किए जाएंगे। आइए, जानते हैं इस चुनावी समर के प्रमुख मुद्दों और जनता की राय के बारे में।”

“रुद्रपुर नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने अपने प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नामों का जोर-शोर से उपयोग किया है। हालांकि, उनके एजेंडे से नजूल भूमि पर मालिकाना हक और प्रीपेड मीटर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे गायब हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस ने इन मुद्दों को प्रमुखता से उठा रही है। किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार नजूल भूमि के नाम पर जनता को ठग रही है और प्रीपेड मीटर लगाकर लोगों को लूटने का काम करेगी है।”

किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ कहा कहना है कि “भाजपा सरकार नजूल भूमि के नाम पर जनता को ठग रही है। प्रीपेड मीटर के नाम पर बिजली विभाग में करोड़ों के खेल हुए हैं। किसी भी हालात में प्रीपेड मीटर लगने नहीं दिए जाएंगे और गरीबों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।”

कांग्रेस मेयर प्रत्याशी मोहन खेड़ा ने कहा कि “हम रुद्रपुर की जनता को विश्वास दिलाते हैं कि कांग्रेस की जीत पर विकास की नदियां बहेंगी और सभी रुके हुए काम पूरे किए जाएंगे। इस बार भाजपा को कड़ी टक्कर देंगे।”

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व पर निर्भर रहना और स्थानीय मुद्दों की अनदेखी करना उनके लिए चुनौती बन सकता है। वहीं, कांग्रेस स्थानीय समस्याओं को उठाकर जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में है।” बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व पर जोर देना और स्थानीय मुद्दों की अनदेखी करना उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है। कांग्रेस स्थानीय समस्याओं को उठाकर जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।”

“तो, रुद्रपुर की जनता किसका साथ देगी—राष्ट्रीय नेतृत्व पर भरोसा जताने वाली बीजेपी का, या स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता देने वाली कांग्रेस का? यह तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे। लेकिन इतना तय है कि नजूल भूमि का मालिकाना हक और प्रीपेड मीटर जैसे मुद्दे इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”

रिपोर्ट:- साक्षी सक्सेना 


Share