ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तराखंड के उद्यमी से कंपनी में साझेदारी के नाम पर करोड़ों रुपये हड़पने का मामला सामने आया है. इस मामले में दिल्ली के पति-पत्नी समेत चार पर मुकदमा दर्ज किया गया है….
सिडकुल थाना क्षेत्र में कंपनी में 50 फीसदी की पार्टनरशिप के नाम पर एक उद्यमी से छह करोड़ 14 लाख से अधिक की रकम हड़प ली गई. पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी पति-पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस के अनुसार, अतुल भाटी निवासी नेचल विला लालटप्पर थाना डोईवाला जिला देहरादून ने शिकायत दी. बताया कि उसके भाई अनिल भाटी ने अमन मैटल कंपनी के नाम से एक फैक्टरी सिडकुल में लगाई है. कारोबार की देखभाल वह करते हैं. उसकी कंपनी अन्विता भाटी कांट्रेक्टर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रायपुर छतीसगढ़ में है. उनकी जान पहचान नीरज झा निवासी दिल्ली ने विकास नारंग निवासी ई 159 ग्रेटर कैलाश न्यू दिल्ली, उसकी पत्नी गीता नारंग से कराई. मई 2022 में विकास नारंग व गीता नारंग अमन मैटल फैक्ट्री स्थित सिडकुल में आए. उन्होंने कहा उनकी फर्म सरस्वती प्रिंटर्स स्थित बी 134 ओखला इंडस्ट्रियल एरिया फेस-1 नई दिल्ली का काफी कर्जा हो गया है, इसलिए उन्हें सहयोग चाहिए. प्रस्ताव दिया कि उन्हें छह करोड़ मई 2023 तक दे देंगे तो अपनी फर्म में 50 प्रतिशत का भागीदार बना देंगे।
आरोप है कि दोनों के आश्वासन के बाद मई 2022 से मई 2023 तक तीन करोड़ 15 लाख कंपनी और 91 लाख अपने खाते से, अपने मित्र राजेश जैन की कम्पनी इजी फाइनेंस के खाते से 36 लाख कुल 4 करोड 42 लाख उनकी फर्म के खाते में ट्रांसफर कर दिए. एक करोड़ 72 लाख दोनों को नगद दिए. मई 2023 तक छह करोड़ 14 लाख 6 हजार 500 रूपये दिए गए. विश्वास में लेने के लिए पहले अपनी फर्म में मार्केटिंग व बिजनेस हेड बनाया, फिर वेतन निर्धारित किया. अन्य फैक्टरी में भी उन्हें बुलाने लगे. आरोप है कि दिसंबर 2022 में उनकी कंपनी के साथ धोखाधड़ी कर एक फर्जी लेवर सप्लाई कांट्रैक्ट भी बनाया, लेकिन दोनों में से कोई काम नहीं दिया. बार-बार कहने पर भी उन्हें फर्म में भागीदार नहीं बनाया।
आरोप है कि 16 सितंबर 2022 को हीना त्यागी निवासी 69 प्रथम तल केन्द्रहाली सेन्टपीटर स्कूल बैंगलोर साउथ कनार्टका को पार्टनर बना लिया. इसका पता चलने पर उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो विकास नारंग ने अपने एकाउंटेन्ट रणधीर झा से एक सादे कागज पर उनका हिसा बनाकर दिया. हस्ताक्षर देखने पर पता चला कि धोखे की नीयत से बदलकर किए हैं. बीते नौ अप्रैल को को विकास व उनके साथी अनिल बाली ने लिखित में आश्वासन दिया कि भागीदारी नहीं दी जाएगी तो उनकी रकम 6.5 प्रतिशत प्रतिमाह के हिसाब से दी जाएगी, मगर पैसे नहीं दिए. टाल-मटोल करते रहे. 22 मई को पैसे मांगने पर विकास नारंग व अनिल बाली ने अपहरण करवाकर मरवा देने की धमकी दी. एसओ मनोहर सिंह भंडारी ने बताया मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना