ख़बर पड़ताल ब्यूरो:– अमेरिका में भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक गौतम अडानी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, इन आरोपों के बाद से विपक्ष पीएम मोदी और गौतम अडानी पर हमलावर हो रही है, बता दें कि राहुल गांधी ने तो अडानी की गिरफ्तारी की बात कह डाली और पीएम नरेंद्र मोदी को भी घेरा।
जानिए क्या लगे हैं अडानी पर आरोप:-
न्यूयॉर्क फेडरल कोर्ट में सुनवाई के दौरान Gautam Adani पर कथित तौर पर उनकी कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) को सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट से जुड़ा कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत ऑफर की और इसे अमेरिकी बैंकों और इन्वेस्टर्स से छिपाने का आरोप लगाया गया है. अमेरिकी अभियोजकों ने दावा किया है कि कंपनी के अन्य सीनियर ऑफिशियल्स ने कॉन्ट्रेक्ट पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को ये पेमेंट करने पर सहमति जताई थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रीन एनर्जी ने झूठे बयानों के आधार पर गुमराह किया और 2021 में बॉन्ड की पेशकश के साथ अमेरिका समेत अन्य इंटरनेशल इन्वेस्टर्स और अमेरिकी बैंकों से पैसे जुटाए. अमेरिकी अटॉर्नी ब्रायन पीस का कहना है कि अरबों डॉलर के कॉन्ट्रेक्ट को हासिल करने के लिए भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की एक बड़ी योजना तैयार की गई थी. ऐसा भी कहा गया है कि गौतम अडानी ने भी इस संबंध में कथित तौर पर सरकारी अधिकारियों से व्यक्तिगत मुलाकात की थी।
अमेरिकी अभियोजकों के मुताबिक, गौतम अडानी की कंपनी ने राज्य के स्वामित्व वाली सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) को 12 गीगावाट सोलर एनर्जी देने के लिए कॉन्ट्रेक्ट हासिल किया. हालांकि, SECI को सौर ऊर्जा खरीदने के लिए भारत में खरीदार नहीं मिल पा रहे थे और बायर्स के बिना सौदा आगे नहीं बढ़ सकता था. ऐसे में अडानी ग्रीन एनर्जी और एज्योर पावर ने सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की योजना बनाई. अमेरिकी अभियोजकों ने ये भी कहा कि इस पूरे हेर-फेर में अपनी संलिप्तता को छिपाने के लिए Code Name का इस्तेमाल किया गया था।
क्या बोले राहुल गांधी:-
अमेरिकी अभियोजकों द्वारा उद्योगपति गौतम अदाणी पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार और उद्योगपति गौतम अदाणी पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि ‘अब ये साफ है कि अदाणी ने भारतीय और अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन किया है। मुझे हैरानी है कि अदाणी अभी तक देश में आजाद कैसे घूम रहे हैं?’ राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कई देशों में अदाणी के प्रोजेक्ट की जांच चल रही है और अदाणी भ्रष्टाचार करके देश की प्रतिष्ठा को कम कर रहे हैं, राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि ‘नरेंद्र मोदी ने नारा दिया- एक हैं तो सेफ हैं। भारत में नरेंद्र मोदी और अदाणी एक हैं तो सेफ़ हैं। हिंदुस्तान में अदाणी का कुछ नहीं किया जा सकता है। यहां मुख्यमंत्री को जेल भेज दिया जाता है और अदाणी 2,000 करोड़ का घोटाला कर के आराम से बाहर घूम रहे हैं। क्योंकि नरेंद्र मोदी उनकी रक्षा कर रहे हैं। अमेरिका की जांच में कहा गया है कि अदाणी ने हिंदुस्तान और अमेरिका में अपराध किया है। मगर हिंदुस्तान में अदाणी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।’
राहुल गांधी ने कहा कि हमारी मांग है कि अदाणी को गिरफ्तार किया जाए और सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को पद से हटाएं और उनकी जांच करें। साथ ही उन्होंने जांच के लिए संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) के गठन की भी मांग की। राहुल गांधी ने कहा कि ‘लोकसभा में नेता विपक्ष होने के नाते ये मेरी जिम्मेदारी है कि हम इस मुद्दे को देश की जनता के सामने रखें। यह व्यक्ति (अदाणी) देश के संसाधनों पर भ्रष्टाचार के जरिए कब्जा कर रहा है। वह भाजपा की मदद कर रहा है। हम जेपीसी जांच और अदाणी की गिरफ्तारी की मांग करते हैं, लेकिन हमें ये भी पता है कि वह गिरफ्तार नहीं होंगे क्योंकि देश के प्रधानमंत्री, अदाणी का समर्थन करते हैं और उनकी रक्षा करते हैं, राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि माधबी पुरी बुच गौतम अदाणी को बचा रही हैं और भारत के रिटेल निवेशकों के निवेश को खतरे में डाला जा रहा है। राहुल गांधी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री अगर चाहें भी तो कुछ नहीं कर सकते क्योंकि वे अदाणी के नियंत्रण में हैं। मेरी बात नोट कर लीजिए, अदाणी ने दो हजार करोड़ रुपये का घोटाला है, लेकिन मैं गारंटी देता हूं कि उस व्यक्ति को न गिरफ्तार किया जाएगा और न ही उसके खिलाफ कोई जांच होगी।’