
ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- रामलीला में रावण और मेघनाथ का दृश्य सदियों से दर्शकों के दिलों पर एक गहरा असर छोड़ता आया है। इस दृश्य की गहनता और भावनात्मकता इतनी प्रबल होती है कि दर्शक खुद को आंसुओं में डूबने से रोक नहीं पाते।
रावण और मेघनाथ के बीच के इस खास क्षण में, एक पिता और पुत्र के बीच का प्रेम और बलिदान साफ़ झलकता है। मेघनाथ का वीरता और कर्तव्य के प्रति समर्पण, और रावण का अपने पुत्र के प्रति अपार प्रेम—ये सब मिलकर एक ऐसा नाटकीय दृश्य तैयार करते हैं जिसे देखकर हर दिल भावुक हो जाता है।
हर साल रामलीला में इस अभिनय को देखने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ता है। जब ये दृश्य मंच पर आता है, तो दर्शकों की आंखें भर आती हैं और वे इस अद्भुत प्रदर्शन की भावुकता में खो जाते हैं।