लुटेरी दुल्हन गैंग का पर्दाफाश: महिला अधिवक्ता सहित तीन की भूमिका उजागर, पुलिस जुटा रही सबूत।

रुद्रपुर:- भुरारानी निवासी युवक से फर्जी शादी कर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाली लुटेरी दुल्हन हीना रावत उर्फ निकिता उर्फ अंकिता की गिरफ्तारी के बाद मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह मामला एक संगठित गिरोह से जुड़ा हुआ है, जिसमें एक महिला अधिवक्ता और दो पुरुष भी शामिल हैं। पुलिस ने तीनों संदेहास्पद आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं।
गौरतलब है कि 6 जून को पीड़ित दीपक कक्कड़ ने कोतवाली पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया था कि काशीपुर कुंडेश्वरी निवासी हीना रावत ने खुद को अधिवक्ता बताकर उनसे जान-पहचान बढ़ाई और एक ठेका दिलाने के नाम पर पांच लाख रुपये की ठगी की। इसके बाद प्रेमजाल में फंसाकर शादी की और कुछ ही दिनों बाद हत्या या आत्महत्या के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
7 जून को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि हीना रावत अकेले नहीं, बल्कि संगठित रूप से अपराध कर रही थी। इस गिरोह में एक महिला अधिवक्ता और दो अन्य पुरुषों की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। पुलिस इन तीनों की भूमिका की गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही ठोस साक्ष्यों के आधार पर बड़ा खुलासा किया जाएगा।
एसएसपी का कहना है कि यह मामला संगठित ब्लैकमेलिंग और शादी के नाम पर ठगी का गंभीर उदाहरण है। पुलिस इस तरह के अपराधों पर पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है ताकि कोई और युवक इस तरह की साजिश का शिकार न हो।
जनपद पुलिस की गंभीरता और सक्रियता के चलते इस मामले में त्वरित गिरफ्तारी और गिरोह की पहचान एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया जा सकता है।