

जिले में बिना प्रशिक्षण के सौंपा गया नया उपकरण, गरीबों को नहीं मिल पा रहा सरकारी राशन” सरकार से ग़रीब लगा रहे गुहार।
राजीव चावला/ एडिटर
ख़बर पड़ताल: सरकार द्वारा गरीबों को निशुल्क राशन देने की मुहिम में एक बार फिर से बड़ी चूक सामने आई है। जिले के सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर गरीब कार्डधारकों को राशन नहीं मिल पा रहा है। वजह है – बिना किसी प्रशिक्षण के राशन डीलरों को नई मशीनें सौंप देना।
जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन द्वारा हाल ही में राशन वितरण के लिए तकनीकी रूप से अपडेटेड मशीनें भेजी गई हैं, लेकिन इन मशीनों को चलाने की कोई ट्रेनिंग सस्ता गल्ला विक्रेताओं को नहीं दी गई। नतीजतन, राशन तो गोदामों से दुकानों तक पहुंच गया है, लेकिन उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा।
राशन न मिलने के चलते उपभोक्ता गर्मी में घंटों लाइन में खड़े रहते हैं, लेकिन अंत में खाली हाथ लौटना पड़ता है। इससे जनता में आक्रोश साफ देखा जा सकता है। लोगों का कहना है कि जब सरकार खुद कहती है कि वह गरीबों को राहत देना चाहती है, तो फिर ऐसी लापरवाही क्यों?
कुछ सस्ते गल्ले विक्रेताओं ने बताया कि उन्हें मशीन से जुड़ी किसी भी तकनीक की जानकारी नहीं है और न ही उन्हें कोई दिशा-निर्देश या ट्रेनिंग दी गई है। मशीनें तो दे दी गईं, लेकिन उन्हें कैसे ऑपरेट करना है, इसका कोई समाधान नहीं दिया गया।
जब इस मामले में जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उनसे बात नहीं हो सकी। विभागीय पक्ष मिलते ही ‘ख़बर पड़ताल’ उसे प्रमुखता से प्रकाशित करेगा।