

ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। काशीपुर क्षेत्र में एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति और ससुराल के लोगों ने उसे बुरी तरह पीटा। यह घटना मार्च महीने की है, और अब इसका वीडियो सामने आया है। पीड़ित महिला का कहना है कि उसका केवल एक ही दोष था—उसने बेटी को जन्म दिया, जो उसके पति और ससुराल वालों को पसंद नहीं आई। इस मामले में पुलिस ने पहले ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
शादी के 2.5 साल बाद शुरू हुआ अत्याचार
पीड़िता के पिता की तहरीर पर आईटीआई थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था। तहरीर के अनुसार, जसपुर निवासी जरनैल सिंह ने अपनी बेटी की शादी काशीपुर के योगेश कुमार से लगभग 2.5 साल पहले की थी। महिला की एक 1.5 साल की बेटी भी है। शादी के बाद से ही योगेश कुमार ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट शुरू कर दी थी। कुछ दिन पहले ही योगेश ने अपनी पत्नी और बेटी को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया था, जिसके बाद से महिला अपनी बेटी के साथ अपने पिता के घर रहने लगी थी।
29 मार्च को हुआ खौ़फनाक हमला
पीड़िता का कहना है कि 29 मार्च को योगेश कुमार ने उसे फोन किया और कहा कि अगर वह अपना सामान नहीं ले आई तो वह उसे बेच देगा। इसके बाद महिला अपने 14 साल के भाई के साथ योगेश कुमार के पास सामान लेने गई। घर पहुंचने के बाद, योगेश ने उसे जबरदस्ती कमरे में ले जाकर दरवाजा बंद कर दिया और पेचकस और हथौड़े से उस पर जानलेवा हमला किया, जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला का इलाज अभी अस्पताल में चल रहा है।
महिला का बयान: ससुराल वालों ने दिया दहेज का दबाव
महिला ने मीडिया को बताया कि उसकी शादी नवंबर 2022 में हुई थी। शादी के तीन महीने बाद ही ससुराल वालों ने उससे दहेज की मांग शुरू कर दी थी। बेटी के जन्म के बाद तो उत्पीड़न और भी बढ़ गया था। ससुराल वालों ने यह तक कह दिया था कि अगर उसे तलाक चाहिए तो कोर्ट का खर्च भी उसे ही वहन करना होगा।
महिला ने आरोप लगाया कि योगेश कुमार ने 29 मार्च को बहाने से उसे घर बुलाया और फिर पेचकस और हथौड़ी से उस पर कई बार वार किए। पास के लोग महिला का शोर सुनकर उसके घर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर उसकी जान बचाई।
पुलिस की कार्रवाई: आरोपी गिरफ्तार
इस मामले पर काशीपुर के सीओ दीपक सिंह ने बताया कि 30 मार्च को आईटीआई थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज किया गया था। तहरीर के आधार पर प्रथम दृष्टया मामला पंजीकृत किया गया था। मामले की विवेचना की जा रही है, और डॉक्टरों के बयान लिए गए हैं। डॉक्टर की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आरोपों को गंभीरता से लिया गया और संबंधित धाराओं में वृद्धि की गई। आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।