Uttarakhand” से बड़ी ख़बर आपको बता दें की 12 मई को श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, इस बार भक्तों को बद्रीनाथ के दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ेगा, इस साल 2024 में 12 मई को सुबह 6 बजे ब्रह्ममुहूर्त में बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. बसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्रनगर टिहरी स्थित राजदरबार में कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की गई…आपको बता दें की आज बसंत पंचमी के मौके पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई. इस साल बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे ब्रह्ममुहूर्त में खोले जाएंगे. बसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्रनगर टिहरी स्थित राजदरबार में कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की होती है. आज भी उसी परंपरा का पालन करते हुए बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि घोषित की गई।
बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि नरेंद्र नगर राजमहल में बसंत पंचमी को तय होती है. बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने की प्रक्रिया के लिए गाडूघड़ा (तेल-कलश) यात्रा श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर डिम्मर से मंगलवार 13 फरवरी शाम को ही बदरी-केदार मंदिर समिति के चंद्रभाग स्थित विश्राम गृह पहुंची थी. चंद्रभाग में श्रद्धालुओं ने तेल-कलश का स्वागत किया. इसके बाद आज बुधवार 14 फरवरी को मंदिर समिति की तरफ से गाडूघड़ा राजमहल को सौंपा गया, जिसके बाद गाडूघड़ा में तेल पिरोया जाता है।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले तिल का तेल पिराने के बाद गाडूघड़ा नरेंद्रनगर राजदरबार से डिम्मर होते हुए श्री नृसिंह मंदिर, योग बदरी पांडुकेश्वर से श्री बदरीनाथ धाम पहुंचाया जाता है. बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद गाडूघड़ा के तेल को भगवान बदरी विशाल का नित्य अभिषेक के लिए प्रयोग में लाया जाएगा।
गौरतलब हो कि साल 2023 में 18 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हुए थे. पिछले साल रिकॉर्डतोड़ करीब 16 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बदरी विशाल के दर्शन किये थे. इस साल ये आंकड़ा भी टूट सकता है. सरकार और प्रशासन ने अपने स्तर पर चारधाम यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना