उत्तराखंड को देवभूमि यूं ही नहीं कहते हैं। यहां न केवल कणकण में, बल्कि विभिन्न रूपों में भगवान के दर्शन और शक्तियां देखने को मिलती हैं। ताजा मामला उत्तरकाशी के सरनौल गांव का है। यहां सरुताल से लौट रही देव डोलियां जैसे ही पंचायत चौक पहुंची, वहां देव डोली के दर्शन को करीब पांच फीट लम्बा सांप अवतरित हो गया। यह देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।
लेकिन इससे पहले ही देव डोलियों के साथ चल रहे पांडव पशवा (जिस व्यक्ति पर देवता अवतरित होता है) ने सांप को उठाया और देव डोली से भेंट कराने के बाद गले में डालकर सांप के साथ नृत्य करने लगे, इस नजारे को देख हर कोई हैरान रह गया। बाद में देवता के पशवा ने सांप को हाथ में लेकर सभी को नाग देवता के रूप में आशीर्वाद दिया और दूध पिलाने के बाद सांप को मन्दिर परिसर में ही विदा कर दिया। इस घटना से ग्रामीणों के बीच दिनभर कौतूहल का माहौल रहा।