ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- चारधाम यात्रा के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की संख्या को 1500 से बढ़ाकर 2000 प्रतिदिन किया गया है. हरिद्वार और ऋषिकेश पंजीकरण केंद्रों पर 500-500 की संख्या बढाई गई है. पहले इन केंद्रो पर अलग अलग 1500-1500 रजिस्ट्रेशन किये जा रहे थे. अब जिन्हें बढ़ाकर 2000-2000 कर दिया गया है. यानी एक दिन में कुल 4000 पंजीकरण हो सकेंगे. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में यात्रियों की समस्याओं को सुनने के बाद रजिस्ट्रेशन संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
हरिद्वार रजिस्ट्रेशन काउंटर का दौरा कर लौटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा फैसला लिया है. सीएम धामी ने श्रद्धालुओं की अपील और समस्या को सुनने के बाद रजिस्ट्रेशन संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये हैं. अब एक दिन में 1500 से बढ़कर 2000 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा. मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास, देहरादून में चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की. चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुये श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने हरिद्वार व ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की संख्या को 1500 से बढ़ाकर 2000 प्रतिदिन किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं. उन्होंने कहा चारधाम यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाना हमारा उद्देश्य है. इस व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें. गर्मी के मौसम में भक्त सुबह सुबह लाइन में लग कर अपनी बारी का इन्तजार कर रहे हैं।
चारधाम यात्रा में तमाम व्यवस्था को ठीक और दुरुस्त करने के लिए मुख्यमंत्री ने कई तरह के सुझाव दिए हैं. साथ ही प्रदेश में पेयजल की कमी को दूर करने के लिये प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिये. उन्होंने कहा जल संचय एवं जल संवर्द्धन के प्रति संजीदगी के साथ योजना बनाने पर ध्यान दिया जाये. इसे जन आंदोलन के रूप में संचालित करने के लिये आम जनता को इससे जोड़ने के प्रयास करें. इसके लिए मुख्यमंत्री ने जल संचय, जल संवर्धन तथा भू-जल स्तर में सुधार के लिये बनायी जाने वाली कार्ययोजना के लिये सचिव शैलेश बगोली तथा विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते को नोडल अधिकारी नामित किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।