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Uttar Pradesh से आकर उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं को अपना शिकार बनाने वाले 10 टप्पेबाजों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, श्रद्धालुओं की हर गतिविधियों पर रखते थे नजर…

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तराखंड की ऋषिकेश पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह को गिरफ्तार किया है जो गंगा घाट पर लोगों को अपना शिकार बताने थे ये सभी लोग उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के हैं..

बता दें की उत्तर प्रदेश के गोंडा से आकर उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों को टारगेट करने वाले गिरोह के सदस्यों को ऋषिकेश पुलिस और SOG की टीम ने गिरफ्तार किया है. ये गिरोह ऋषिकेश हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थलों में गंगा घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं पर नजर रखता था और मौका मिलते ही उनका सामान गायब कर देता था।

कोतवाली पुलिस और एसओजी देहात की टीम ने उत्तर प्रदेश गोंडा गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपी गंगा घाटों पर टप्पेबाजी की वारदातों को अंजाम देते हैं. आरोपियों के पकड़े जाने से ऋषिकेश में हुई दो टप्पेबाजी की घटनाओं का भी खुलासा हो गया है. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने दोनों वारदातों में चोरी हुए मोबाइल, नकदी, जरूरी दस्तावेज और कपड़े बरामद किए हैं, कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि दो दिन पहले गंगानगर निवासी अमित कुमार और हरिद्वार निवासी अंकुर बिश्नोई त्रिवेणी घाट पर नहाने के लिए पहुंचे थे. अलग-अलग स्थान पर नहाने के दौरान उनके कपड़े चोरी हो गए, जिसमें उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड, घड़ी, नकदी और मोबाइल रखे हुए थे।

शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज किया और एसओजी देहात प्रभारी आरएस खोलिया की टीम की मदद ली. संयुक्त टीम की कार्रवाई ने आज वारदात को अंजाम देने वाले पांच सदस्यों को त्रिवेणी घाट और पांच सदस्यों को रेलवे रोड से गिरफ्तार कर लिया. सभी आरोपी गोंडा उत्तर प्रदेश से हैं।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो भीड़भाड़ और यात्रा वाले राज्यों में टप्पेबाजी की वारदातों को अंजाम देते हैं. आरोपियों की पहचान लालचंद, राम शंकर, रामचंद्र, घनश्याम, कैलाश नाथ, राजेंद्र प्रसाद, रघु लाल, श्रवण कुमार, कोल्ही, सत्रोहन निवासी गोंडा उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है. एसएसपी के आदेश पर पुलिस और एसओजी की टीम ने कार्रवाई करते हुए टप्पेबाजों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, बता दें कि, चारधाम यात्रा शुरू होते ही बड़ी संख्या में टप्पेबाज ऋषिकेश-हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थलों पर पहुंचते हैं और श्रद्धालुओं को अपना शिकार बनाते हैं।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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