रुद्रपुर, उधम सिंह नगर: जिले में भ्रष्टाचार और राशन गबन के आरोपों से घिरे सरकारी सस्ता गल्ला दुकानदारों पर एक बार फिर विभाग की मेहरबानी नजर आई है। पिछले 14 मार्च 2024 को खाद्य उपायुक्त/ जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने खुद रुद्रपुर के रम्पुरा, भदईपुरा, गंगापुर समेत अन्य इलाकों के कई सरकारी सस्ता गल्ला दुकानदारों की दुकानों में राशन गबन और अनियमितता पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई करते हुए इन दुकानदारों को सस्पेंड कर दिया था और उनकी दुकानों को अन्य गल्ला दुकानदारों के पास अटैच कर दिया था।
हालांकि, विभाग की इस कठोर कार्रवाई के कुछ महीनों बाद ही उन्हीं अनियमितताओं में घिरे दुकानदारों की दुकानें बहाल कर दी गई हैं। विभाग द्वारा यह निर्णय सवालों के घेरे में आ गया है, क्योंकि ऐसी कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार और विभागीय मिलीभगत को दर्शाता है।
जांच में पाया गया था कि सस्ता गल्ला दुकानों से 100 क्विंटल राशन का गबन किया गया था। इसके बावजूद, दोषी पाए गए दुकानदारों पर केवल ₹2000 का मामूली जुर्माना लगाकर विभाग ने इनकी दुकानें फिर से आवंटित कर दी हैं। विभागीय अधिकारियों के इस निर्णय ने राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और ईमानदारी पर गम्भीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस प्रकार की मिलीभगत से आम जनता को मिलने वाले राशन में कटौती और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।
वही इस मामले में खाद्य उपायुक्त विपिन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि वह फिलहाल छुट्टी पर चल रहे हैं और उनकी जानकारी में दुकान बहाल होना फिलहाल नहीं है वह प्रभारी अधिकारी से इस मामले को लेकर बात कर संज्ञान लेंगे।