Report- अनुज कुमार शर्मा
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज्यमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान चंपावत जनपद के सीमांत टनकपुर नगर पहुंचे जहां केंद्रीय मंत्री गडकरी ने गांधी मैदान में आयोजित जनसभा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं सांसद अजय भट्ट एवं अजय टम्टा भी उपस्थित रहे। स्थानीय जनता एवं कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी एवं स्थानीय सांसदों द्वारा नितिन गडकरी को उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़े प्रतीक चिन्ह भेट स्वरूप प्रदान किए गए। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री गडकरी ने डिजिटल माध्यम से कुमाऊं मंडल में 2200 करोड़ से अधिक लागत की सात योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। जन समूह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देवभूमि उत्तराखंड में मार्गो के विकास हेतु निकट भविष्य में 2 लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाओं के विकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड सरकार की भारतमाला सांखला योजना मानसखंड मंदिर परियोजना एवं चार धाम को लेकर तैयार की जा रही भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला साथ ही बताया कि ऐसी ही परियोजनाओं के फलस्वरूप ही उत्तराखंड वासी जल्द ही 2 घंटे में देहरादून से दिल्ली का सफर पूरा कर सकेंगे सीमांत क्षेत्र में किए जाने वाले सामरिक एवं अति आवश्यक मार्गो के चौड़ीकरण एवं विस्तार के लिए किया जा रहे कार्य के बारे में भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी प्रदान की। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से देवभूमि उत्तराखंड में अब तक कुल 3608 किलोमीटर नए मार्गो का निर्माण किया जा चुका है। चंपावत के सीमांत टनकपुर क्षेत्र से नेपाल के कंचनपुर तक कुल 314 करोड़ की लागत से 4 किलोमीटर के फोरलेन हाईवे का निर्माण सितंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसके उपरांत ड्राई पोर्ट का निर्माण होने से नेपाल के साथ होने वाले व्यापार को बढ़ावा मिलेगा जिसके कारण स्थानीय जनता को भी रोजगार प्राप्त होगा यही हमारा मुख्य उद्देश्य भी है। वहीं इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के विकास हेतु केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अतुलनीय सहयोग हेतु उनका आभार प्रकट किया। वहीं सीमांत क्षेत्र में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम की सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। इस दौरान नेपाल सीमा क्षेत्र से आने जाने वाले मार्गों पर भी सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट मोड पर रखी गई।