

ख़बर पड़ताल ब्यूरो:– साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं ये साइबर अपराधी कभी पिता, चाचा, बहन, भाई जैसे रिश्तेदार बनकर आपको चुना लगाते हैं लेकिन क्या हो जब साइबर ठग के साथ खुद ठगी हो जाए, ठीक ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां लड़के ने गजब कर दिया. वो इतना तेज निकला कि साइबर ठग भी उसके आगे बिलबिलाने लगा. अब ठग उससे गिड़गिड़ाकर कह रहा है. भाई प्लीज मेरे रुपए लौटा दो।
“कानपुर में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने साइबर स्कैमर को ऐसा चकमा दिया कि स्कैमर खुद फंस गया! आइए जानते हैं पूरी कहानी। आजकल ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन कानपुर के भूपेंद्र सिंह नाम के युवक ने जिस तरह से एक साइबर स्कैमर को उल्टा चकमा दिया, वह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगता। हुआ यूं कि एक दिन भूपेंद्र के पास एक अंजान नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को CBI अधिकारी बताया और कहा कि उसके पास भूपेंद्र के अश्लील वीडियो हैं। अगर केस को बंद करवाना है तो उसे पैसे देने होंगे।
लेकिन भूपेंद्र को कुछ गड़बड़ लगी। उसने घबराने का नाटक किया और स्कैमर को ही बेवकूफ बनाने की योजना बनाई। “भूपेंद्र ने रोने-गिड़गिड़ाने का नाटक करते हुए कहा – ‘चाचा, प्लीज मेरी मां को मत बताना, मैं बहुत बड़ी मुसीबत में फंस जाऊंगा।’ स्कैमर ने मौके का फायदा उठाने के लिए 16,000 रुपये मांगे। लेकिन भूपेंद्र ने कहा कि उसके पास सिर्फ 3,000 रुपये ही हैं और उसे सोने की चेन छुड़वानी है। स्कैमर फंस गया और पैसे ट्रांसफर कर दिए। “कुछ दिन बाद, स्कैमर ने फिर कॉल किया, लेकिन इस बार भूपेंद्र ने एक और नई कहानी बना दी। उसने कहा कि जौहरी चेन देने से मना कर रहा है क्योंकि वह नाबालिग है। अब स्कैमर को ही उसका ‘पिता’ बनकर मदद करनी होगी। भूपेंद्र के दोस्त ने जौहरी बनकर स्कैमर से बात की और उसे 4,480 रुपये और ट्रांसफर करने के लिए मना लिया।
इतना ही नहीं, भूपेंद्र ने एक और मास्टरस्ट्रोक खेला। उसने स्कैमर से कहा कि अगर वह 3,000 रुपये और भेजे, तो वह 1.10 लाख रुपये का लोन लेकर उसे पैसे लौटा सकता है। स्कैमर इस बार भी झांसे में आ गया। जब स्कैमर को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है, तो वह खुद ही पैसे वापस मांगने लगा। लेकिन अब तक भूपेंद्र 10,000 रुपये निकाल चुका था। मतलब, जिसे स्कैमर ने फंसाने की कोशिश की, वही उसे लूटकर चला गया! भूपेंद्र ने तो साबित कर दिया कि सही दिमाग और हिम्मत हो, तो ठग भी ठगा जा सकता है!
साक्षी सक्सेना/ संवाददाता/ ख़बर पड़ताल