Uttarakhand” के कुमाऊं मण्डल के कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत हमेशा अपने सख्त के चलते सुर्खियों में रहते हैं, आपको बता दें की कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अपने कैंप कार्यालय में जनसुनवाई की। इस दौरान कई फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण किया गया, इस दौरान उन्होंने महिला के करीब 17 लाख रुपए वापस दिलवाए…कमिश्नर ने रामपुर रोड निवासी ललिता बमेठा को विक्रेता से 17 लाख की राशि वापस कराई। ललिता ने शिकायत की थी कि उन्होंने ललित मेहरा से एक प्लाट खरीदा था। ललित ने वर्ग-चार की भूमि बेच दी। इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाया गया और ललिता को 17 लाख रुपये वापस कराए गए। जग्गी बंगर निवासी देवकी देवी ने शिकायत की कि वह बीमार हैं। उनके चार बेटे हैं, जो उनके भरण पोषण के लिए पैसे नहीं देते हैं। इस पर कमिश्नर ने परिवार के लोगों को उनके खाने समेत सभी जरूरतों का ध्यान रखने के निर्देश दिए। ज्योलीकोट निवासी मनीष आर्य पारिवारिक विवाद के चलते उनके पति द्वारा मारपीट करने, अल्मोड़ा जिले के पोखरी के रहने वाले रविंद्र सिंह बिष्ट ने भूमि से अवैध कब्जा हटाने और काठगोदाम निवासी सरोज बोहरा ने आवासीय मकान को पेट्रोल पंप की चाहारदीवारी से नुकसान पहुंचाने की शिकायत की है। आयुक्त ने अपील की कि जो लोग भूमि क्रय करते हैं, भूमि क्रय करने से पूर्व भूमि की सभी जांच तहसील स्तर से जरूर कराएं, भूमि वर्ग-1 की है या नहीं, भूमि पर बैंक से ऋण तो नहीं लिया है। इसके साथ भूमि के रजिस्ट्रीकरण के पश्चात शीघ्र दाखिल खारिज की कार्यवाही भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा भूमि क्रय करने के पश्चात भूमि की चाहरदीवारी भी करें, जिससे भविष्य में होने वाली धोखाधड़ी से बचा जा सके।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना