असदुद्दीन ओवैसी हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं, एक बार फिर उन्होंने विपक्ष पार्टियों को घेरते हुए विवादित बयान दिया है, बता दें की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में मुस्लिमों से पूछा है कि वे कब तक सेक्युलरिज्म के नाम पर कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू को वोट देकर ठगे जाते रहेंगे. ओवैसी की नजर बिहार के सीमांचल इलाकों पर है, जहां मुस्लिमों की अच्छी-खासी आबादी है. वह बिहार विधानसभा चुनाव में पहले ही यहां पर अपने उम्मीदवार उतार चुके हैं..
![](https://khabarpadtal.com/wp-content/uploads/2024/03/20x12-krishan-hospital-rudrapur_240405_213713.jpg)
असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने मुस्लिमों से कहा है कि आप लोग कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू को वोट देते हैं और ये लोग बीजेपी को बिहार में ले आते हैं. वीडियो शेयर करते हुए लिखा गया, ‘मुसलमानों, सेक्युलरिज्म के नाम पर कब-तक ठगे जाओगे? कब-तक कांग्रेस, जेडीयू और आरजेडी को वोट देते रहोगे? अगर आज आप नहीं समझे तो नुकसान सीमांचल का होगा, नुकसान आप सबका होगा.’
‘मुस्लिमों अब तो समझ जाओ’
हैदराबाद सांसद 54 सेकंड के वीडियो में कहते हैं, ‘कब तक आप सेक्युलरिज्म के नाम पर ठगे जाएंगे. कब तक आप इनको (कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू) वोट देंगे और ये बिहार में बीजेपी के हाथ में सत्ता सौंपते रहेंगे. मैंने आपसे 2015 में भी कहा था, मगर मेरी बात का आप लोगों ने यकीन नहीं किया. मैंने 2019-20 में भी कहा था, मगर आपने मेरी बात को नहीं समझा. कम से कम अब तो समझ जाओ.’
ओवैसी ने आगे कहा, ‘याद रखो आप लोग खुद अपने मुकद्दर का फैसला कर सकते हैं. आप लोगों में इतनी ताकत है कि अगर कोई फैसले लिए जाएंगे तो आप खुद उसे तय कर पाएंगे. अगर आप लोग अपने वोट का इस्तेमाल सही से नहीं करेंगे तो नुकसान आपका होगा, नुकसान सीमांचल की जनता का होगा.’ वीडियो में कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू के नेताओं को भी देखा जा सकता है.
किशनगंज से पार्टी उम्मीदवार को जीताने की अपील की
असदुद्दीन ओवैसी किशनगंज में चुनावी बिगुल फूंकते हुए भी नजर आए. उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम बिहार प्रमुख अख्तरुल ईमान और यहां के मौजूदा कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद में बहुत फर्क है. जैसे रोशनी और अंधेरे में है, सन्नाटा और कोहराम में है, वैसा फर्क है. अगर किशनगंज की अवाम पार्लियामेंट भेजेगी तो उनकी ज़ुबान पर कोई रोक टोक नहीं होगी. उन्होंने कहा कि अगर एआईएमआईएम उम्मीदवार को किशनगंज से संसद भेजा जाएगा, तो वहां सिर्फ इंसाफ की बात होगी।