निकाय चुनाव: कृष्ण बने सीएम धामी, सुदामा बने ठुकराल
राजीव चावला/ एडिटर/ ख़बर पड़ताल
ख़बर पड़ताल:- रुद्रपुर नगर निगम चुनाव को लेकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे ठुकराल ब्रदर्स की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात ने सियासी हलकों में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। 1 जनवरी को हुई इस मुलाकात के बाद जहां कई कयास लगाए जा रहे थे, वहीं खबर पड़ताल के खास इंटरव्यू में राजकुमार ठुकराल ने स्थिति स्पष्ट करते हुए इसे एक अनूठी तुलना से जोड़ा।
राजकुमार ठुकराल ने कहा कि यह मुलाकात किसी राजनीतिक समीकरण का हिस्सा नहीं थी। उन्होंने इसे भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की भेंट जैसा बताया। ठुकराल ने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री धामी के पास ‘सुदामा’ के रूप में पहुंचे थे, जब ‘कृष्ण’ ने उन्हें बुलाया। हालांकि, इस मुलाकात के बाद भी उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर स्थिति अभी धुंधली है।
नामांकन वापस लेकिन राजनीति का रुख स्पष्ट नहीं
राजकुमार ठुकराल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन वापस ले लिया है, लेकिन यह नहीं बताया कि उनका अगला कदम क्या होगा। जब उनसे पूछा गया कि भगवान कृष्ण के घर से लौटने के बाद वह किस ओर जाएंगे, तो उन्होंने इसे भविष्य के गर्भ में छोड़ दिया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ठुकराल की यह मुलाकात और बयान आगामी रणनीतियों का संकेत हो सकते हैं। हालांकि, यह कहना जल्दबाजी होगी कि रुद्रपुर के इस राजनीतिक मंच पर ठुकराल की भूमिका क्या होगी।
सियासी हलचल तेज
इस घटनाक्रम ने रुद्रपुर नगर निगम चुनाव में नई सियासी हलचल पैदा कर दी है। मुख्यमंत्री धामी और राजकुमार ठुकराल के बीच हुई इस ‘कृष्ण-सुदामा’ भेंट का क्या असर होगा, यह तो आने वाले समय में ही स्पष्ट होगा।
फिलहाल, ठुकराल ब्रदर्स की रणनीति और राजनीतिक भविष्य पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।