अपने X हैंडल पर आडवाणी और भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि, ‘लालकृष्ण आडवाणी भारत रत्न के हक़दार हैं. हिंसा में जान गंवाने वाले भारतीयों की कब्रें सीढ़ियों के अलावा और कुछ नहीं हैं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी पीएम लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने संबंधी घोषणा पर तंज कसा है. ओवैसी ने शनिवार (3 फरवरी) को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के माध्यम से कहा, ”लालकृष्ण आडवाणी के लिए भारत रत्न उचित है. हिंसा में जान गंवाने वाले भारतीयों की कब्रें सीढ़ियों के अलावा और कुछ नहीं हैं.”
पीएम मोदी ने भी आडवाणी को दी बधाई
पूर्व डिप्टी पीएम एलके आडवाणी के लिए भारत रत्न सम्मान की घोषणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई. उन्होंने कहा, “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. मैंने उनसे फोन पर बात भी की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी.”
इस दौरान पीएम मोदी ने भारत के विकास में लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका पर बल दिया और उनको देश के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक बताया।
‘भारत रत्न’ पर आडवाणी ने व्यक्त की भावनाएं
देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान को लेकर घोषणा पर लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा, ”अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ, मैं ‘भारत रत्न’ स्वीकार करता हूं. यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है जिनसे मैंने अपनी पूरी क्षमता से जीवन भर सेवा की है.”
1990 में सोमनाथ से अयोध्या तक निकाली थी रथ यात्रा
पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी की अयोध्या के राम मंदिर निर्माण आंदोलन में अहम भूमिका मानी जाती है. उन्होंने राम मंदिर के लिए समर्थन जुटाने के लिए 25 सितंबर, 1990 को सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा शुरू की थी. इसके बाद देश में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए आवाज जोर शोर से उठने लगी थी।