

ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- करण कुमार के उस वक्त होश उड़ गए जब उन्हें इनकम टैक्स विभाग से 34 करोड़ रुपये का नोटिस मिला। नोटिस में दावा किया गया कि करण ने 2018-19 में करोड़ों की सेल की है, जिसका टैक्स अब तक जमा नहीं किया गया। अलीगढ़: कस्बा चंडौस के रहने वाले करण कुमार के उस वक्त होश उड़ गए जब उन्हें इनकम टैक्स विभाग से 34 करोड़ रुपये का नोटिस मिला। नोटिस में दावा किया गया कि करण ने 2018-19 में करोड़ों की सेल की है, जिसका टैक्स अब तक जमा नहीं किया गया।
नोटिस अंग्रेजी में था, इसलिए करण ने एक जानकार से उसे पढ़वाया। जैसे ही उसे पता चला कि नोटिस में 33 करोड़ 88 लाख 85 हजार 368 रुपये 79 पैसे के व्यापार का जिक्र है, तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। नोटिस के मुताबिक, करण को 31 मार्च तक जवाब देना है। करण भारतीय स्टेट बैंक की खैर ब्रांच में चतुर्थ श्रेणी के संविदा कर्मी के रूप में काम करता है। इससे पहले वह चंडौस एसबीआई आरएसीसी ब्रांच में नौकरी कर चुका है।
करण ने बताया कि 2018 में नौकरी की तलाश में दिल्ली और नोएडा गया था, जहां नोएडा सेक्टर-4 में एक पेपर बनाने की प्राइवेट कंपनी में ठेकेदार के जरिए 8300 रुपये प्रतिमाह पर दो साल तक काम किया। उसे शक है कि ठेकेदार ने उसके आधार या पैन कार्ड का दुरुपयोग किया होगा।
फिलहाल, करण अलीगढ़ स्थित इनकम टैक्स विभाग के कार्यालय में सफाई देने के लिए रवाना हो चुका है। क्या यह बड़े पैमाने पर दस्तावेजों के दुरुपयोग का मामला है? या फिर किसी फर्जीवाड़े का पर्दाफाश होने वाला है?