ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उधम सिंह नगर के किच्छा में शहर में अष्टमी के मौके पर एक घर में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में खाना खाने के तीन बच्चों की हालत बिगड़ गई, जहां उन्हें जिला हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, बता दें की बच्चों के मुंह में छाले पड़ गए हैं और होंठों पर सूजन भी है…
बता दें की किच्छा में अष्टमी के मौके पर एक घर में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में खाना खाने से तीन बच्चों की हालत बिगड़ गई। बच्चों के मुंह में छाले पड़ गए और होठों पर सूजन आ गई। बच्चों को बेहोशी की हालत में जिला चिकित्सालय लाया गया और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रीतिपुर पुलभट्टा निवासी जितेंद्र अपनी पत्नी मीना देवी, दो बेटी लवली (12), भूमिका (8) व बेटे मयंक (6) के साथ चार महीने से किच्छा की पंत कालोनी में किराए के मकान में रह रहे हैं। जितेंद्र ने बताया कि मंगलवार की सुबह करीब नौ बजे कालोनी के ही एक घर में अष्टमी पर धार्मिक अनुष्ठान था। जिसमें कालोनी के कुछ बच्चाें के साथ ही उनकी दोनों बेटियां और बेटे ने प्रसाद खाया था। खाना खाने के बाद उनके बच्चों के मुंह में जलन हो गई और मुंह लाल हो गया। मुंह के भीतर छाले व होठों पर सूजन हो गई। जिसके बाद बच्चों ने बोलना बंद कर दिया और रोने लगे।
इस पर बच्चों को बेहोशी की हालत में किच्छा सीएचसी ले जाया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। जिसके बाद तीनों को जिला चिकित्सालय लेकर आए। सर्जन डॉ. विवेक राजदेव व जूनियर रेजीडेंट डॉ. आकाश महाजन ने तीनों बच्चों को भर्ती कर उनका इलाज शुरु कर दिया। पिता जितेंद्र ने आरोप लगाया कि गृह स्वामी ने बच्चों की हालत बिगड़ने पर उनकी सुध नहीं ली और न ही अभी तक अस्पताल में देखने आए। इधर डॉ. आकाश महाजन ने भर्ती बच्चों में फूड एलर्जी या फूड प्वाइजनिंग होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि तीनों बच्चों का इलाज किया जा रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ की देखरेख में इलाज होगा। जरूरत पड़ने पर ईएनटी विशेषज्ञ भी बच्चों को इलाज करेंगे। बच्चों में फूड एलर्जी होने की अधिक संभावना है। अब ये फूल एलर्जी है या फिर फूड प्वाइजनिंग हुआ है। इसके लिए चिकित्सीय जांच होगी।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना