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*”दर्दनाक” बेरोजगारी का ऐसा दर्द की युवक ने पहले जलाईं डिग्रियां फिर मां के साथ खाना खाया और फिर कर ली खुदकुशी, पुलिस भर्ती का भी दिया था एग्जाम…*

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बेरोजगारी युवाओं के लिए एक अभिशाप है, क्योंकि बहुत से बेरोजगार नौजवानों को बेरोजगारी के वजह से अपनी जान गंवानी पड़ती है, एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी. सुसाइड से पहले युवक ने अपनी बीएससी सहित अन्य डिग्रियां जला दीं. युवक का कथित सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला है जो कि बेहद भावुक कर देने वाला है. युवक के घरवाले सदमे में हैं. उनके आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं…..सरकारी नौकरी के लिए लंबे समय से प्रयासरत बेरोजगार युवक की हिम्मत ने आखिर जवाब दे देिया. उसने पहले अपनी स्नातक की डिग्री जलाई, फिर जान दे दी. खुदकुशी से पहले युवक ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने बेरोजगारी की पीड़ा और अपनी निराशा बयां की है. युवक हाल ही में पुलिस भर्ती परीक्षा में भी शामिल हुआ था. लेकिन इस परीक्षा को लेकर हाल-फिलहाल जो बातें सामने आ रही हैं, उससे भी वह बेहद आहत था. युवक की मौत के बाद परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।

मां के साथ खाना खाया, फिर मौत को गले लगाया

मामला सदर कोतवाली के भुड़पूर्वा गांव का है. ब्रजेश पाल पुत्र लक्ष्मण पाल ने बेरोजगारी से परेशान होकर जान दे दी. ब्रजेश ने जो सुसाइड नोट लिखा है, उसमें अपना दर्द बयां किया है. ब्रजेश ने बीएससी किया है. इसके बाद से ही वह सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत था. बताते हैं कि ब्रजेश ने कई नौकरियों के लिए परीक्षा दी. लंबे समय तक तैयारी की. हालांकि सफलता उससे दूर ही रही. हाल ही में निकली पुलिस भर्ती परीक्षा में भी वह शामिल हुआ. लेकिन इस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला उठने के बाद वह बेहद निराश हो गया. अपने सुसाइड नोट में ब्रजेश ने लिखा है कि आज का दिन हमारे लिए आखिरी है. मैंने मां के साथ खाना खाया।

ब्रजेश ने तय कर लिया था वह अपनी जान दे देगा, लेकिन उसके सुसाइड नोट में मां-पिता और बहन को लेकर चिंता भी दिखी. ब्रजेश ने लिखा है बहन की शादी अच्छे से करना, भले हम न रहें, ब्रजेश ने मौत को गले लगाने से पहले अपने मां-पिता से माफी भी मांगी है. साथ ही लिखा है कि उसकी मौत के बाद किसी को परेशान न किया जाए. अपनी मौत के लिए वह खुद ही जिम्मेदार है. साथ ही लिखा है कि पापा का ख्याल रखना. हमारा और उनका साथ यहीं तक था।

लिखा- क्या फायदा ऐसी डिग्री से

ब्रजेश ने अपने सुसाइड नोट में बेरोजगारी की पीड़ा बयां की है. अपने मां-पिता के लिए लिखा है कि-मुझे माफ कर देना, मैं आपको धोखा देने जा रहा हूं. मैं अब और जीना नहीं चाहता हूं. हमें किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं, बस हमारा मन भर गया है. आज मैं सबका साथ छोड़ने जा रहा हूं. लिखा है- हमने बीएससी के सारे कागज जला दिए हैं. क्या फायदा ऐसी डिग्री का जो एक नौकरी न दिला सकी. हमारी आधी उम्र पढ़ते-पढ़ते निकल गई. इसलिए हमारा मन भर गया।

 

 

 

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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