
ख़बर पड़ताल ब्यूरो:– खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के कैंप ऑफिस पर फायरिंग मामले में प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। इस मामले में जेल भेजे गए पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उनके परिवार के खिलाफ हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कड़ा रुख अपनाया है।
तीन व्यक्तियों के हथियारों के लाइसेंस हुए निरस्त
जिलाधिकारी ने कुंवर प्रणव सिंह, उनकी पत्नी देवयानी सिंह और उनके पुत्र दिव्य प्रताप सिंह के नाम पर जारी सभी नौ हथियारों के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। साथ ही, तीनों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।
हथियारों के लाइसेंस निरस्तीकरण का विवरण:
1. दिव्य प्रताप सिंह
- लाइसेंस संख्या 2108/13 (रिवॉल्वर नंबर 3107638-32)
- लाइसेंस संख्या 2109/13 (रिवॉल्वर नंबर 75931-32 बोर)
- लाइसेंस संख्या 2104/13 (बंदूक नंबर 148042)
2. देवयानी सिंह (पत्नी कुंवर प्रणव सिंह)
- लाइसेंस संख्या 1237/99 (बंदूक डीबीबीएल)
- लाइसेंस संख्या 1492/03 (पिस्टल नंबर 0041)
- लाइसेंस संख्या 1669/07 (पिस्टल नंबर 623745ए)
3. कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन
- लाइसेंस संख्या 1038/93 (राइफल नंबर 2576544 डीबीएल)
- लाइसेंस संख्या 1039/93 (पिस्टल नंबर ए-1707)
- लाइसेंस संख्या 2256/14 (रिवॉल्वर ए-1905-32 बोर)
क्या है पूरा मामला?
26 जनवरी को कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ खानपुर विधायक उमेश कुमार के कैंप ऑफिस पहुंचे थे। वहां पर उनके और उनके समर्थकों ने कथित तौर पर फायरिंग की और कार्यालय के स्टाफ के साथ मारपीट की। इस घटना के बाद चैंपियन वहां से फरार हो गए।
पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद उमेश कुमार ने पुलिस पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बनाया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चैंपियन को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया। 27 जनवरी को उन्हें जेल भेज दिया गया।
प्रशासन की सख्ती
जिलाधिकारी ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए शस्त्र लाइसेंस परमिशन की शर्तों का उल्लंघन और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है।