ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- कुमाऊं दीपक रावत ने इस वर्षाकाल में कुमाऊं मंडल में सर्पदंश से पांच लोगों की मौत को गंभीरता से लिया है। कहा कि भविष्य में यदि किसी मजदूर अथवा गरीब व्यक्ति के साथ इस तरह की घटना हुई तो इसके लिए निर्माणकार्य करा रहे व्यक्ति और ठेकेदार जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बारिश के दिनों सर्पदंश से मजूदरों की हो रही मौत को लेकर कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने आदेश जारी किए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन स्थलों पर भवन निर्माण किए जा रहे हैं वहां मजदूर खुले में नहीं रहेंगे। उनके लिए ठेकेदार वैकल्पिक आवास की व्यवस्था कराएगा, उल्लेखनीय है कि बारिश के दिनों सांप के काटे जाने की वजह से पांच मजदूरों की मौत हो चुकी है। ये सभी भवन निर्माण वाली जगह में ही झुग्गी बनाकर रह रहे थे। साथ ही मजदूरों को नीचे जमीन पर भी सोना पड़ रहा था। शौचालय की व्यवस्था नहीं होने की वजह से ये मजदूर खुले में शौच करते थे।
कुमाऊं आयुक्त ने कहा कि ठेकेदार को अब मजदूरों के रहने की ठीक व्यवस्था करानी होगी। कहा कि कार्यदायी संस्था के ठेकेदारों का स्वयं के पंजीकरण के साथ ही मजदूरों का पंजीकरण श्रम विभाग में कराना अनिवार्य है। भविष्य किसी भी मजदूर की अप्रिय घटना होने पर सम्बन्धित मजदूर का पंजीकरण ना होने दशा में सम्बन्धित ठेकेदार की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।
कहा कि मंडल के सभी श्रमिकों का पंजीकरण श्रम विभाग होना आवश्यक है इसके लिए सभी जिलाधिकारी मनीटरिंग करें। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया है कि सभी सीएचसी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एंटीवेनम इंजेक्शन होना अनिवार्य है और एंटीवेनम इंजेक्शन लगाने हेतु योग्य चिकित्सक की तैनाती भी होनी चाहिए।