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*”गांव में रहना है तो मुस्लिम बन जाओ”, यहां गांव के अकेले हिंदू परिवार पर धर्म परिवर्तन का दबाव, शिकायत के बाद एक्शन में प्रशासन…*

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पीड़ित परिवार का कहना है कि उनका परिवार पूरे गांव में अकेला हिंदू परिवार है. इसलिए दूसरे पक्ष के लोग आए दिन उनके घर में घुसकर हंगामा करते हैं. उन्हें अपना धार्मिक त्योहार नहीं मनाने दिया जाता, आए दिन उनके घरों में आपत्तिजनक सामान फेंक दिया जाता है. पीड़ित परिवार पिछले 2 साल से परेशान है. अब प्रशासन ने शिकायत के बाद मामले की जांच करवा कर ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया है…बता दें की बिहार के एक गांव से धर्म विशेष के लोगों द्वारा दबंगई करने का मामला सामने आया है. गांव में रहना है तो मुस्लिम बनकर रहना होगा, नहीं तो घर जगह जमीन छोड़ गांव से जाना होगा, यही फरमान जारी किया गया है. गांव के धर्म विशेष द्वारा जारी फरमान के बाद फरियादी विक्की कुमार दरभंगा के डीएम राजीव रौशन से मुलाकात की और अपनी पीड़ा बताई. लिखित में दरभंगा के डीएम को दिया दिए आवेदन में आवेदक ने साफ लिखा है कि कुछ गांव के दबंग लोग उनकी निजी जमीन को जबरन कब्जा करने की फिराक में लगे हैं और उन्हें अपने जमीन की चहारदीवारी भी नहीं करने दे रहे हैं।

और तो और मुस्लिम बहुल समुदाय के लोग अलग-अलग तरह से प्रताड़ित भी कर रहे हैं ताकि अपना पुस्तैनी घर जमीन छोड़ यहां से चले जाएं. इसी प्रताड़ना से पीड़ित इतना तंग है कि या तो पूरा परिवार अपना धर्म परिवर्तन कर लेगा या फिर सामूहिक आत्महत्या करने को मजबूर हो जायेगा. पीड़ित का कहना है कि हमलोग मर जाना पसंद करेंगे लेकिन कभी भी मुस्लिम धर्म कबूल नहीं करेंगे. मां की तबीयत ठीक नहीं है, इस वजह से वो खुद-पढ़ाई लिखी छोड़कर न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।

 

हालांकि यह आवेदन पीड़ित विक्की की मां राजधन देवी द्वारा लिखा गया है लेकिन मां की तबीयत ठीक नहीं रहने के कारण मां के बदले विक्की ने खुद आवेदन को लेकर डीएम से इन्साफ के साथ-साथ जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है. दरभंगा के डीएम राजीव रौशन ने भी शिकायत मिलने की पुष्टि करने की बात कैमरे पर कही, साथ ही पूरे मामले में जांच के आदेश भी दिए हैं. पूरा मामला दरभंगा जिले के भालपट्टी ओपी थाना इलाके के मुरिया गांव का है जहां राजधन देवी अपने पुस्तैनी मकान में वर्षों से रहती चली आ रही है. पीड़ित राजधन देवी के पुत्र विक्की की मानें तो पूरा इलाका मुस्लिमों का है और वह गांव में अकेला हिन्दू परिवार है, ऐसे में दूसरा पक्ष लगातार उसे अलग-अलग तरह से न सिर्फ प्रताड़ित करता है बल्कि आये दिन घर में भी घुसकर हंगामा करता है ताकि हमलोग घर जगह जमीन छोड़कर गांव से भाग जाएं. सभी लोगों की उनकी जमीन पर नजर है. उसकी जमीन को कब्जा करना चाहते हैं।

पीड़ित के मुताबिक उनको धकमकाया जाता है कि अगर गांव में रहना है तो मुस्लिम धर्म कबूल करना होगा. मुस्लिम धार्मिक नारा लगाने को कहते हैं. उन्हें हिन्दू पर्व नहीं मनाने दिया जाता है. घर के अंदर पॉलीथिन में आपत्तिजनक सामना फेंक दिया जाता है. जमीन कोई खरीदने के लिए भी तैयार नहीं बस तंग किया जाता है कि यहां से भाग जाएं. पीड़ित का आरोप है कि पिछले दो वर्षों से अलग-अलग तरह से उनके पूरे परिवार को तंग तबाह किया जा रहा है।

पीड़ित ने अपनी शिकायत जिला के वरीय अधिकारी डीएम और एसएसपी तक से कई बार मिलकर की है. कई बार अधिकारी भी आये. सभी ने बताया कि आपका जगह जमीन सही है लेकिन कहीं से इन्साफ नहीं मिला. पूरे मामले में एक बार जिलाधिकारी के आदेश पर थाने में प्राथमिकी दर्ज़ की गयी थी लेकिन उसमें थाने द्वारा मुझसे पैसे मांगे गए. पैसा नहीं देने के कारण पुलिस अधिकारी मुख्य अभियुक्त का सुपरविजन से नाम ही हटा दिया गया फिर से वही हाल बना हुआ है. पीड़ित ने जब इस बार फिर से जिलाधिकारी से गुहार लगाई है तो उसे कार्रवाई का आश्वासन मिला है।


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