Breaking News

*Haldwani” हिंसा का मास्टर माइंड अब्दुल मलिक जा चुका है मर्डर के मामले में जेल, कभी बेचता था चावल आज है करोड़ों की संपत्ति; शहर में रखता हैं अपनी ऊंची पहुंच, पढ़िए पूरी रिपोर्ट…*

Share

Uttarakhand” के हल्द्वानी में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड से जुड़ी चौका देने वाली खबर सामने आई है, आपको बता दें की हिंसा का सूत्रधार अब्दुल मलिक पहले भी जेल जा चुका है, वो भी हत्या के आरोप में एक समय में अब्दुल चावल बेचा करता था, आज उसके पास करोड़ों की संपत्ति है…सूत्रों के मुताबिक उपद्रव और हिंसा का सूत्रधार अब्दुल मलिक शहर में अपनी ऊंची पहुंच रखता है, वो कई करोड़ की संपत्ति का मालिक है, जिस बगीचे में अवैध रूप से बने नमाज स्थल और मदरसा बनाये गये हैं, उसके आसपास की भूमि को अब्दुल मलिक अपनी बताता है। कहा जा रहा है कि अब्दुल मलिक ने ₹100 और ₹50 के स्टांप पर अवैध रूप से वो जमीन बेचकर लोगों को बसाने का काम किया है।

सरकारी जमीन पर अवैध रूप से लोगों को बसाने का है आरोप

बता दें की बनभूलपुरा क्षेत्र में रहने वाले लोगों का दावा है कि 1937 में विवादित जमीन और उसके आसपास के क्षेत्र करीब 60 एकड़ भूमि उसके पूर्वजों ने लीज पर ली थी। लीज निरस्त होने के बाद उक्त भूमि सरकार के पास चली गई थी. उक्त भूमि की देखरेख नगर निगम हल्द्वानी के हवाले थी. लेकिन अपनी ऊंची पहुंच और पैसे के बल पर अब्दुल मलिक जमीन पर कब्जा करके बैठा हुआ था, उसने ₹100 और ₹50 के स्टांप पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को जमीन बेचकर मोटा पैसा कमाया। बताया जा रहा की 62 वर्षीय अब्दुल मलिक अपने 6 भाइयों में सबसे छोटा है. इसके ताऊ अब्दुल्ला 1960 के दशक में हल्द्वानी नगर पालिका के अध्यक्ष रह चुके है।

हल्द्वानी उपद्रव और हिंसा का मास्टर माइंड बताया जा रहा अब्दुल मलिक मुस्लिम समुदाय में बंजारा परिवार से आता है, उसकी प्रारंभिक शिक्षा हल्द्वानी में हुई. उसने बीए की शिक्षा नैनीताल से ली है. अब्दुल मलिक के परिवार का पुराना काम चावल और अनाज बेचने था. वो अपने पिता के साथ चावल का कारोबार करता था. राजनीतिक पहुंच रखने वाले अब्दुल मलिक की समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में भी पैठ बताई जाती है. उत्तर प्रदेश के जमाने में वो विधानसभा चुनाव लड़ चुका है. 1990 के दशक में चड्ढा ग्रुप के साथ खनन में भी अपना हाथ आजमा चुका है. यहां तक की रेलवे के ठेकेदारी में भी अपना हाथ आजमा चुका है. बताया जा रहा है कि अब्दुल मलिक के हरियाणा और चंडीगढ़ में भी कई कारोबार हैं।

सपा नेता के हत्याकांड में जा चुका है जेल

अब्दुल मलिक 25 साल पहले हल्द्वानी के एक सपा नेता की हत्याकांड के मामले में सेंट्रल जेल में कई सालों तक सलाखों के पीछे रह चुका है. वो लग्जरी गाड़ियों में घूमने का शौकीन है. अपने साथ कई निजी गनर भी लेकर चलता है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अब्दुल मलिक ने सरकारी भूमि पर अवैध मदरसा और मस्जिद बनाकर अपने समुदाय में अच्छी खासी पैठ बना ली थी. उसका मकसद यही था कि अवैध मदरसे और मस्जिद की आड़ में वो नगर निगम को दबाव में ले लेगा और निगम उससे सरकारी जमीन खाली कराने को नहीं कहेगा. जब नगर निगम अवैध निर्माण गिराने गया तो उसके आह्वान इतनी बड़ी अराजक भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसने बनभूलपुरा थाने को आग लगाने के साथ ही 70 से ज्यादा वाहनों को फूंक दिया।

नगर आयुक्त को चेतावनी देते मलिक का वीडियो वायरल

8 फरवरी को जब हल्द्वानी में उपद्रव और हिंसा हुई तो उससे एक हफ्ते पहले का अब्दुल मलिक का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें सरकारी जमीन सील करने गई नगर निगम की टीम के साथ पहुंचे नगर आयुक्त से अब्दुल मलिक बहस करता दिख रहा है. वीडियो देखने पर पता चल रहा है कि वो नगर आयुक्त को चेतावनी दे रहा है।

 

 

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


Share