हल्द्वानी हिंसा को लेकर अलग अलग पार्टियों को अलग अलग बयान सामने आ रहे हैं, आपको बता दें की अब हल्द्वानी की घटना को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने खुफिया तंत्र की नाकामी बताया है, हालात सामान्य करने के लिए सरकार को सजग रहने की सलाह दी है…उत्तराखंड के हल्द्वानी में पिछले दिनों अराजक भीड़ ने थाने को जला डाला. जमकर आगजनी की, जिसमें कई पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटें आईं, मौत भी हुई. सरकार को दंगाइयों को काबू करने के लिए इलाके में कर्फ्यू तक लगाना पड़ा. अभी भी हालात सामान्य नहीं हैं. हल्द्वानी की आग उत्तर प्रदेश के बरेली में भी देखने को मिली. हालांकि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पहले से ही इतनी सख्त थी कि अराजक तत्वों के मंसूबों पर पानी फेर दिया गया।
हल्द्वानी की घटना को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने खुफिया तंत्र की नाकामी बताया है. हालात सामान्य करने के लिए सरकार को सजग रहने की सलाह दी है. उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटना न होने पाए इसको लेकर यूपी सरकार को भी नसीहत दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसको लेकर पोस्ट किया है। मायावती ने एक्स पर लिखा है- उत्तराखण्ड के हल्द्वानी में हुई हिंसा और उसमें जान-माल की हुई क्षति अति-चिन्तनीय है. अगर सरकार, प्रशासन व खूफिया तंत्र सतर्क होता तो इस घटना को रोका जा सकता था. सरकार इसकी उच्च स्तरीय जांच कराए और अमन-चैन भी कायम करे. उत्तराखण्ड से लगे यूपी के बरेली में भी आए दिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर तनाव की स्थिति बनी रहती है, जिसे समय रहते सरकार को नियन्त्रित कर लेना चाहिये।
हल्द्वानी में हुई हिंसक घटना के बाद शुक्रवार को नमाज अदा होने से पहले ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पुलिस को सख्त हिदायत दी थी कि कहीं पर भी किसी तरह की अप्रिय घटना न होने पाए. मस्जिदों के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई. हालांकि उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हल्द्वानी जैसी घटना को अंजाम देने की साजिश तो रची गई लेकिन पुलिस की सक्रियता और सूझबूझ के आगे अराजक तत्वों की एक भी न चली।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना