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*Big News’ केंद्र सरकार की भर्ती परीक्षाओं में नकल माफिया की घुसपैठ, पुलिस ने उत्तराखंड से दिल्ली के वांटेड समेत 4 पेपर सॉल्वर को किया गिरफ्तार; नकल तरीका जानकर उड़ जाएंगे होश…*

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Uttarakhand” केंद्र सरकार की परीक्षाओं में भी अब नकल माफिया की घुसपैठ शुरू हो गई है, आपको बता दें की उत्तराखंड में दिल्ली पुलिस के वांटेड एक ऐसे नकल माफिया गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है जो केंद्र सरकार की परीक्षाओं में पेपर सॉल्व कराते थे….. उत्तराखंड पुलिस ने देहरादून जिले के डोईवाला और राजपुर से सीएसआईआर (Council of Scientific & Industrial Research) की एसओ (सेक्शन ऑफिसर) और एएसओ (असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर) की परीक्षा में नकल कराते 4 नकल माफिया को अरेस्ट किया है. ये नकल माफिया पेपर सॉल्व कराने के लिए मॉडर्न टेक्नोलॉजी का भरपूर यूज कर रहे थे।

एसओ तथा एएसओ पद की ऑनलाइन परीक्षा में अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में दून पुलिस ने छापेमारी की. नकल करा रहे गिरोह के 04 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि इस दौरान 02 आरोपी फरार हो गए. मुख्य आरोपी के खिलाफ दिल्ली क्राइम ब्रांच में पहले भी मुकदमा दर्ज है. पुलिस ने मौके से नकल कराने के उपकरण बरामद किए।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत सीएसआईआर द्वारा आयोजित की जा रही एसओ तथा एएसओ पद की ऑनलाइन परीक्षा चल रही थी. इस दौरान अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में दून पुलिस ने छापा मारा. राजपुर तथा डोईवाला स्थित परीक्षा केन्द्रों में छापेमारी के दौरान नकल कराने वाला गिरोह सक्रिय दिखा. पुलिस ने नकल करा रहे गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान दो आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में सफल रहे. गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी अंकित के खिलाफ दिल्ली क्राइम ब्रांच में भी मुकदमा दर्ज है. उस मामले में दिल्ली पुलिस भी अंकित की तलाश कर रही है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने बताया कि प्राप्त जानकारी के आधार पर दून पुलिस द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के अन्तर्गत सीएसआईआर द्वारा एएसओ तथा एएसओ के पद के लिए राजपुर तथा डोईवाला क्षेत्र के दो अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में छापेमारी की कार्रवाई की गई. पुलिस टीम को दोनों परीक्षा केंद्रों में मुख्य लैब के सर्वर रूम से अलग कमरे में चोरी से जोड़ी गई लीज लाइनें मिलीं. इन लाइनों को नकल माफियाओं द्वारा संस्थान के संचालकों से मिलीभगत कर परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को ऑनलाइन नकल कराने के लिये जोड़ा गया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि लीज लाइनों के माध्यम से नकल माफियाओं द्वारा ऑनलाइन परीक्षा का एक्सेस प्राप्त कर परीक्षा के प्रश्नों को सॉल्व कर उनके उत्तर परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराये जा रहे थे. दोनों परीक्षा केंद्रों से पुलिस द्वारा अभ्यर्थियों को नकल करा रहे 04 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. इनसे पूछताछ में 02 अन्य अभियुक्तों के नाम प्रकाश में आये हैं. जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं. इस सम्बंध में थाना राजपुर पर उपनिरीक्षक शोएब अली द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर तथा कोतवाली डोईवाला पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीपक रावत द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

दोनों परीक्षा केंद्रों से पुलिस टीम द्वारा नकल हेतु प्रयोग किये जा रहे सीपीयू, लैपटाॅप, माॅनिटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को कब्जे में लिया गया है. अभियुक्तों से पूछताछ में पुलिस को कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जिनके सम्बंध में तफ्तीश जारी है. एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त अंकित धीमान द्वारा बताया गया कि मोहित तथा दीपक उक्त सेंटर को चलाते हैं. उनके द्वारा परीक्षार्थियों से पैसा लेकर सिस्टम को हैक कर किसी अन्य व्यक्ति से पेपर को सॉल्व कराया जाता है. इसके लिये उनके द्वारा कम्प्यूटर को हैक करने के लिये एनी डेस्क एप व अन्य एप का प्रयोग किया जाता है. इसके लिये उनके द्वारा परीक्षा केंद्र के सर्वर रूम से एक लेन केबल के माध्यम से लैपटॉप अथवा सिस्टम को जोड़ा जाता है. उक्त लैपटाप या सिस्टम के माध्यम से अलग-अलग व्यक्तियों (सॉल्वर) को बुलाकर पेपर रिमोट एक्सेस के माध्यम से सॉल्व कराये जाते हैं।

परीक्षा के लिये परीक्षार्थियों से सम्पर्क करने की जिम्मेदारी दीपक की होती है. दीपक ही परीक्षार्थियों से सम्पर्क कर उन्हें परीक्षा केन्द्रों के सम्बन्ध में अवगत कराता है. उसके बाद परीक्षा के दौरान कम्प्यूटरों को हैक करने तथा परिक्षार्थियों से पैसे लेने की पूर्ण जिम्मेदारी मोहित की होती है. काम होने के बाद दीपक और मोहित हमें हमारे हिस्से के पैसे दे देते हैं. एक दिन पूर्व ही उनके द्वारा एक महिला परीक्षार्थी का पेपर सॉल्व करवाया गया था. शुक्रवार को भी 02 अन्य परीक्षार्थियों के पेपर सॉल्व कराये जाने थे, लेकिन मोहित के ना आने के कारण वे उस काम को नहीं कर पाये।

अभियुक्त अंकित धीमान के विरुद्ध दिल्ली के क्राइम ब्रान्च थाने में भी इसी प्रकार परीक्षाओं में नकल कराने के सम्बन्ध में मुकदमा संख्या: 103/22 धारा: 419, 420, 120 बी भादवि तथा 66 आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत है. इसमें दिल्ली पुलिस अभियुक्त अंकित धीमान की सरगर्मी से तलाश कर रही है. गिरफ्तार नकल माफिया से 2 सीपीयू, एक लैपटॉप, केबल लाइन और डीजे केबल बरामद हुआ है।

जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं उनके नाम और पते इस प्रकार हैं- संदीप पुत्र बृजवीर सिंह, निवासी ग्राम सोहजनी, थाना जानसठ, जिला मुजफ्फरनगर, उत्तरप्रदेश. अंकित धीमान पुत्र ओमप्रकाश, निवासी जीवना, थाना मन्सूरपुर, जिला मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश, हाल पता-लेन न-2, सिद्धपुरम कॉलोनी, हर्रावाला, डोईवाला, देहरादून. संदीप और अंकित को राजपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही आशीष बहुगुणा पुत्र नत्थीलाल बहुगुणा, निवासी पामसिटी, पटेलनगर, देहरादून. अर्जुन उर्फ मोनू पुत्र जगराज निवासी ग्राम भवार, सोनीपत, हरियाणा. इन दोनों को डोईवाला पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. वहीं नकल कराने के आरोपी मोहित और दीपक फरार हैं।

 

 

 

 

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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