

ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- अपने अनोखे रूप, आकृति को लेकर विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में सौंदर्यीकरण कार्य के दौरान एक शिवलिंग मिला जिसके बाद पूरे क्षेत्र में बाबा के जयकारे गूंज उठे, शिवलिंग के दर्शन को भक्तों का ताता लगा रहा…
बता दें की धाम में मास्टर प्लान के तहत चल रहे विद्युत केबल बिछाने के कार्य के दौरान बुधवार को एक शिवलिंग मिला. इसकी खबर मिलने के बाद क्षेत्रवासियों और भक्तों की भीड़ दर्शन को लगी रही. यह शिवलिंग मंदिर समूह के केदारनाथ व जागेश्वर मंदिर के ठीक पीछे है. इसकी जानकारी मिलते ही मंदिर के पुजारी एवं भगवान शिव के भक्त वहां दर्शन को पहुंच गए….
जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के तहत सौन्दर्यकरण का कार्य चल रहा है. इस दौरान मंदिर परिसर को आकर्षक बनाने के लिए अंडरग्राउंड लाइटिंग की जा रही है. इसके लिए कार्यदायी संस्था के लगाए गए श्रमिक केबल बिछाने के लिए जमीन से डेढ़ फीट खोद रहे हैं. इसी दौरान श्रमिकाें को वहां जमीन में करीब एक फीट नीचे एक शिवलिंग मिला, शिवलिंग मिलने की सूचना स्थनीय लोगों को मिली तो उसके दर्शन के लिए मंदिर समिति के लोग, स्थानीय लोग सहित पर्यटकों की भीड़ वहां लग गई. इस दौरान अनेक भक्तों ने शिवलिंग की विधिवत पूजा अर्चना भी की. भक्तों ने रोली, अक्षत व पुष्प अर्पित करते हुए बाबा भोलेनाथ के जयकारे लगाए. इससे पूरा जागेश्वरधाम जयकारों से गूंज उठा।
जागेश्वर धाम हिंदुओं की आस्था का केंद्र है. पूरे देश से लोग इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं. मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नवीन चंद्र भट्ट ने बताया कि लिंग रूप में शिव पूजन जागेश्वर धाम से शुरू होना बताया जाता है. जागेश्वर धाम में करीब 108 मंदिर समूह हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में खुदाई के दौरान एक शिवलिंग मिला है, जिस पर लोग श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना करने लगे हैं. इस शिवलिंग के संबंध में समिति की बैठक में आगे की योजना बनाई जाएगी।
वहीं असिस्टेंट आर्कियोलॉजिस्ट केडी शर्मा ने बताया कि जागेश्वर धाम में लाइटिंग के कार्य के लिए खुदाई की गयी थी. खुदाई के दौरान शिवलिंग मिला है. उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम मंदिर कत्यूरी काल का है. मंदिर परिसर में मिला यह शिवलिंग भी इसी काल का हो सकता है. उन्होंने बताया कि फिलहाल खुदाई का कार्य को रोक दिया गया है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना