ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- नेपाल में कानूनी व्यवसायी परिषद के 31वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित 07 दिवसयी तालीम कार्यशाला आयोजित किया गया, जिसमें 02 दिवसयी कार्यशाला में प्रतिभाग के लिए जिला बार एसोसिएशन उधम सिंह नगर के अध्यक्ष एडवोकेट दिवाकर पांडे के नेतृत्व मे अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधि मंडल नेपाल राष्ट्र के सुदुर पश्चिम प्रदेश के धनगढ़ी क्षेत्र में शामिल हुआ।
बार कौंसिल ऑफ़ नेपाल ने भारत से आए कानूनी विशेषज्ञों का परंपरागत रूप से गर्म जोशी से स्वागत किया, कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्य न्यायाधीश दिनेश प्रसाद यादव एवं विशिष्ट अतिथि नेपाल सरकार के कानून मंत्री हीरा सार्की ने दीप प्रज्वलित कर किया। भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिवाकर पांडे ने विशेष रूप से भारत में 1 जुलाई सन 2024 से लागू 3 नए कानूनों के बारे में, न्याय व्यवस्था के बारे में, जिला न्यायालय, उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय में अपनाई जाने वाली कानूनी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया।
मुख्य अतिथि नेपाल राष्ट्र में मुख्य न्यायाधीश श्री दिनेश प्रसाद यादव ने भारत-नेपाल मैत्रीय संबंध के बारे में तथा भारत-नेपाल के कानूनो के बारे में जानकारी साझा की। विशिष्ट अतिथि नेपाल राष्ट्र के कानून मंत्री श्री हीरा सार्की ने कहा कि भारत में अधिवक्ताओं की व्यवस्था की तरह ही नेपाल में अधिवक्ताओं के लिए सरकार एवं नेपाल बार काउंसिल शीघ्र ही आपस में विचार विमर्श कर भारत में विधि व्यवस्था व अधिवक्ताओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं देने के लिए जानकारी हासिल करेगी।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे नेपाल बार के काउंसलर एडवोकेट प्रकाश बहादुर पांडे ने कहा कि भारत में अधिवक्ताओं की सुविधा एवं कानूनी प्रक्रिया की तरह ही नेपाल बार के सभी साथियों को निश्चित रूप से सुविधाओं को प्रदान किया जाएगा जिसका प्रमुख रूप से एक शिष्टमंडल जल्द ही भारत द्वारा करेगा। कार्यक्रम का संचालन नेपाल बार में एडवोकेट झंकर कुंवर ने किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रमुख सचिव ऑफ नेपाल हरि लमसाल, सचिव सुशील वैद्य, पूर्व अटार्नी जनरल ऑफ नेपाल प्रोफेसर डॉक्टर युवराज सनरौला, वर्तमान अटॉर्नी जनरल ऑफ नेपाल श्मेश बादल, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज अनिल यादव श्री गोपाल कृष्ण गिवरे,जिला जज लीला राज अधिकारी, दंडपानी लामीछाने, बार उपाध्यक्ष श्री तुलाराम गिरी, वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र साउत, एडवोकेट इंद्र प्रसाद लेखक, भारत के प्रतिनिधि मंडल के सर्वेश सिंह, शिव कुंवर सिंह, नवीन चंद आदि उपस्थित थे।