ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- रुद्रपुर में लोकतंत्र के इस महापर्व में वोट डालने के लिए लोग दिल्ली और दुबई जैसे दूरस्थ स्थानों से पहुंचे, लेकिन मतदाता सूची में नाम गायब होने से उन्हें निराशा हाथ लगी।
दिल्ली से पहुंचीं कंचन देवी, नाम लिस्ट से गायब
वार्ड नंबर दो की कंचन देवी अपनी बीमार जेठानी को दिल्ली में छोड़कर दो ट्रेनें बदलकर मतदान के लिए रुद्रपुर पहुंचीं। लेकिन बूथ पर उन्हें पता चला कि उनका और उनके पति का नाम मतदाता सूची में है ही नहीं।
दुबई से लौटे मोहम्मद सलीम, लेकिन नहीं कर पाए मतदान
चुनाव के लिए दुबई से आए मोहम्मद सलीम भी वोट नहीं डाल सके। उनके परिवार के तीनों सदस्यों के नाम भी सूची से गायब थे।
हजारों नाम लापता
वार्ड नंबर दो की कृष्णा कॉलोनी निवासी दीपाली राय ने बताया कि उनके परिवार के आठ सदस्यों का नाम सूची में नहीं था। वार्ड के करीब डेढ़ हजार मतदाताओं के नाम गायब हैं। इसी वार्ड के राहुल और उनकी पत्नी सुमन ज्योति का नाम भी मतदाता सूची में दर्ज नहीं था।
पिछली बार मेयर चुनाव लड़ा, इस बार नाम ही गायब
वर्ष 2018 के निकाय चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मेयर पद के प्रत्याशी रहे नंदलाल भी इस बार मतदान से वंचित रह गए। उनका नाम मतदाता सूची में नहीं था। उन्होंने इसे लोकतंत्र के साथ भद्दा मजाक बताया और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए।
लोगों ने की डीएम से शिकायत
मतदाता सूची से नाम गायब होने से आक्रोशित लोगों ने जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की। उनका कहना है कि प्रशासन की यह लापरवाही लोकतांत्रिक अधिकार छीनने के समान है।
रिपोर्ट:- साक्षी सक्सेना