ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- रुद्रपुर में फ्लाई ओवरसीज के नाम से इमीग्रेशन कार्यालय चला कर करोड़ों रुपए की ठगी करने के बाद एब्रॉड एजुकेशन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से नई फॉर्म बनाकर उधम सिंह नगर में विदेश जाने वाले बच्चों के साथ ठगी करने में व नकली वीजा देकर लोगों की गाड़ी कमाई को हड़प करने वाले गुरबाज सिंह गिल वह उसकी पत्नी मनदीप कौर और पूरे परिवार द्वारा जिस प्रकार लोगों के साथ ठगी की गई है और उसे पर वर्तमान में 15 कबूतर बाजी के मुकदमों का आपराधिक इतिहास होने के बाद उधम सिंह नगर पुलिस गुरबाज सिंह गिल पर पूरी तरह मेहरबान है कोतवाली बाजपुर में रहने वाले मनमीत सिंह चीमा की पुत्री जिसने बाजपुर में 98% अंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया था उस बच्ची को कनाडा भेजने के नाम पर ठगी कर नकली वीजा देने वाले गुरबाज सिंह गिल पर कोर्ट के आदेश पर अंतर्गत धारा 156(3) सीआरपीसी के तहत अभियोग पंजीकृत करने के आदेश पारित किए गए इसके पश्चात बाजपुर में FIR NO. 381/ 23 दर्ज हुई पुलिस द्वारा नकली वीजा देने की 467,468,471 जैसी संगीन धाराओं को कम करते हुए 420 504 506 IPC में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित कर गुरबाज सिंह को लाभ पहुंचाया गया और हैरानी की बात यह है कि लगातार लोगों की गाड़ी कमाई के लगभग 10 से 15 करोड रुपए हड़प करने के बावजूद उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा आज तक गुरबाज सिंह के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई व लोगों के रूपये की भरपाई करवाने के लिए गुरबाज सिंह की संपत्ति को राज्य सरकार में निहित किए जाने के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है और कई छोटे-छोटे मामलों में पुलिस द्वारा तत्काल अपराधियों की संपत्ति के ध्वस्तीकरण व संपत्ति जप्तिकरण के आदेश कर कार्रवाई की गई है परंतु इस नटवरलाल पर ऐसी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही यह सोचनीय प्रश्न है तथा हैरानगी की बात यह है कि गुरबाज सिंह के सभी मामले माननीय उच्च न्यायालय से समझौते के आधार पर समाप्त हो रहे हैं और लोगों को डरा धमका कर लोगों से खाली स्टांप और चेकों पर कराए हुए हस्ताक्षरों से उन्हें धमका कर गुरबाज सिंह द्वारा माननीय उच्च न्यायालय को गुमराह करते हुए अपने मामलों को समझौते के आधार पर समाप्त करवाया जा रहा है परंतु पुलिस द्वारा गुरबाज सिंह के विरुद्ध ना तो माननीय उच्च न्यायालय को इसके आपराधिक इतिहास से अवगत कराया जा रहा है और ना ही गुंडा एक्ट, जिला बदर जैसी कोई कार्रवाई भी अमल में नहीं लाई गई है, क्योंकि यदि उधम सिंह नगर में इस अपराधी को उत्तर प्रदेश का होने के कारण जिला बदर भी कर दिया जाता है और गुरबाज सिंह उधम सिंह नगर में नहीं आता है तो उत्तराखंड के लोगों के लाखों रुपए गमन होने से बच सकेंगे, जिससे गुरबाज सिंह के हौसले बुलंद है और वह लगातार कबूतर बाजी के गोरख धंधे में लोगों के लाखों रुपए हड़प कर रहा है अब देखना है कि उधम सिंह नगर पुलिस को इस खबर के बाद भी गुरबाज सिंह पर कोई कार्रवाई करती है या इसी प्रकार मेहरबान रहती है गुरबाज सिंह के ऊपर कोई कार्रवाई करती है अथवा नहीं गुरबाज सिंह पर दर्ज मुकदमों का आपराधिक इतिहास इस प्रकार है तथा उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर के थाना खजुरिया में वह कोतवाली बिलासपुर में गुरबाज सिंह के विरुद्ध धारा 307 व 420 के अन्य कई मामले दर्ज हैं।
वर्तमान में गुरबाज सिंह थाना सदर कुरुक्षेत्र हरियाणा से ठगी के मामले में फरार है और फ्लाई ओवरसीज सुखमणि काम्प्लेक्स,माथखेड़ा रोड बिलासपुर में नया कार्यालय बनाकर बिलासपुर क्षेत्र के लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाने के लिए नया कारोबार शुरू कर चुका है इस प्रकार के महाठग से बिलासपुर के युवाओं को सचेत होने की आवश्यकता है।