लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा की राजनीति में भूचाल आ गया है, बता दें की हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा. अब उनकी जगह हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी प्रदेश के अगले सीएम बन सकते हैं….
हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी (BJP-JJP) का गठबंधन लगभग टूट गया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है. आज 1 बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी नई सरकार में संजय भाटिया को मुख्यमंत्री और नायब सैनी को उप मुख्यमंत्री बना सकती है, संजय भाटिया करनाल से सांसद है. उनकी जगह करनाल से मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है. लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री एमएल खट्टर को संगठन या सरकार में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. उधर, ये भी कहा जा रहा है कि जेजेपी के 4-5 विधायक टूट कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. हरियाणा मंत्रिमंडल का सामूहिक इस्तीफा हो गया है. दोपहर 1 बजे शपथ ग्रहण समारोह है, हरियाणा में राजनीतिक हलचल को लेकर निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पहले भी जेजेपी की जरूरत नहीं थी।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी काफी समय से जेजेपी से अलग होना चाहती थी पर दुष्यंत चौटाला तैयार नहीं थे. अमित शाह-जेपी नड्डा और प्रभारी बिप्लब देब कह चुके थे कि राज्य की दसों सीटों पर बीजेपी लड़ेगी और जीतेगी. कल यानी सोमवार को चौटाला ने नड्डा से मुलाकात की और 2 लोकसभा सीटें हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ मांगी थी. दोनों दल अगर साथ लड़ते तो जाटों का वोट ना बीजेपी को मिलता ना जेजेपी को ऐसे में बीजेपी जेजेपी से अलग होना चाहती थी.
गठबंधन के टूटने के बाद हरियाणा में बीजेपी की निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बनने की बात कही जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, दोपहर बाद करीब 1:00 बजे बीजेपी के तमाम विधायक हरियाणा राजभवन में पहुंचेंगे. बीजेपी विधायकों के अलावा सरकार समर्थित निर्दलीय विधायक भी राजभवन पहुंचेंगे. हरियाणा राजभवन में अंदर बने कॉन्फ्रेंस रूम में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी की गई है.
हरियाणा में हो रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर कांग्रेस की भी नजर है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा दिल्ली में मौजूद है. पूरे राजनीतिक हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
जेजेपी के 10 विधायक में से 5 चंडीगढ़ पहुंचे. जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली, ईश्वर सिंह, रामनिवास, जोगीराम और दादा गौतम चंडीगढ़ पहुंचे हैं.
दुष्यंत चौटाला को बतौर डिप्टी सीएम मिली सारी सुविधाएं वापस ले जाएगी. अगर मनोहरलाल खट्टर विधायक दल के नेता नहीं बनते हैं तो पार्टी उन्हें करनाल से लोकसभा का चुनाव लड़ा सकती है.
उधर, ये भी कहा जा रहा है कि अगर गठबंधन टूटा तो जेजेपी के 4-5 विधायक टूट कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. सरकार को दोबारा गठित होने पर मनोहर लाल दोबारा सीएम बनाए जा सकते हैं. जेजेपी के चार से पांच विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं और इस वक्त वे चंडीगढ़ में मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि दिल्ली में बुलाई गई मीटिंग में ये चार से पांच विधायक नहीं पहुंचे.
हरियाणा विधानसभा का गणित
हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं. बीजेपी के पास 41, जेजेपी के 10 और कांग्रेस के 30 विधायक हैं. इसके अलावा निर्दलीय 7, हरियाणा लोकहित पार्टी 1 और 1 इंडियन नेशनल लोकदल का विधायक है. विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 48 है. 7 निर्दलीय विधायकों में से 6 बीजेपी के साथ हैं. गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी भी बीजेपी के साथ है. यानी बीजेपी को कुल 48 विधायकों का साथ है, जो बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना