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*Social media पर कर डाला केदारनाथ पैदल मार्ग पर मारपीट का पुराना वीडियो viral” मुकदमा दर्ज; पढ़ें पूरा मामला और रहें अफवाहों से सावधान।*

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- कई बार सोशल मीडिया पर दिखने या दिखाई देने वाली चीजें सच नहीं होती हैं ये अफवाह भी हो सकती है, वहीं उत्तराखंड की सोनप्रयाग पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले शख्स पर बड़ी कार्रवाई की है बता दें की केदारनाथ पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं और घोड़ा खच्चर संचालकों के बीच मारपीट का पुराना वीडियो शेयर करना एक शख्स को भारी पड़ गया है. अफवाह फैलाने के मामले में शख्स के खिलाफ सोनप्रयाग कोतवाली में मुकदमा हुआ है।

आरोपी शख्स ने केदारनाथ पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं से मारपीट की घटना का वीडियो शेयर किया था. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं, पुलिस ने लोगों से बिना पुष्टी के पोस्ट न डालने की अपील की है।

बीती 31 जुलाई की रात को केदारघाटी में अतिवृष्टि के कारण विभिन्न स्थानों पर पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. ऐसे में जगह-जगह फंसे यात्रियों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया. इसके तहत पूरे जोर-शोर से फंसे हुए लोगों को निकालने का काम किया गया. जबकि, पैदल मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त और ध्वस्त होने पर केदारनाथ यात्रा पूरी तरह से बाधित रही, लेकिन इस बीच 3 अगस्त को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शेषधर तिवारी नामक एक यूजर ने एक वीडियो शेयर कर दिया. जिससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।

दरअसल, शेषधर तिवारी नाम के यूजर ने साल 2023 का केदारनाथ पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं और घोड़ा खच्चर संचालकों के बीच मारपीट का वीडियो शेयर कर दिया था. आपदा जैसे हालात के बीच इस तरह के भ्रामक और तथ्यहीन वीडियो फैलने से लोगों ने कई तरह से सवाल उठाने शुरू कर दिए. जिसका पुलिस प्रशासन ने संज्ञान लिया और शिकायत के आधार पर सोनप्रयाग कोतवाली में आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 353 (1) के तहत एनसीआर पंजीकृत कर लिया है।

रुद्रप्रयाग एसपी विशाखा भदाणे की हिदायत

रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि वर्तमान समय में केदारनाथ धाम क्षेत्र में उपजे हालातों के चलते भले ही पैदल यात्रा कुछ समय के लिए बंद है, लेकिन अपने निजी स्वार्थ, सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर व्यूज और लाइक बढ़ाने के चक्कर में कुछ भी ऐसा पोस्ट न करें, जिससे आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी पड़े. उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम पैदल मार्ग को खोलने के लिए जिला प्रशासन और कार्यदायी संस्थाएं लगातार जुटे हुए हैं।


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