
ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तराखंड सरकार ने खटीमा ब्लॉक के नगला तराई ग्राम पंचायत को संस्कृत गांव घोषित किया है। अब इस गांव में संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। यहां के लोगों को संस्कृत सिखाने के लिए प्रशिक्षक तैनात किए गए हैं, जो घर-घर जाकर लोगों को प्रेरित करेंगे।
ग्राम पंचायत नगला तराई को संस्कृत गांव घोषित करने के बाद अब इस गांव में संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए शासन ने विशेष योजनाएं बनाई हैं। पंचायत के हर राजस्व गांव में संस्कृत सिखाने की व्यवस्था की गई है।
एम. मिश्रा, संस्कृत निदेशक:
“नगला तराई में लोगों को संस्कृत बोलना और पढ़ना सिखाया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षक तैनात किए गए हैं।”
गांव में संस्कृत की कक्षाएं चलाई जाएंगी और लोगों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यदि जरूरत पड़ी तो प्रशिक्षकों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
संस्कृत को बढ़ावा देने के इस कदम से गांव के लोगों को नई भाषा सीखने का अवसर मिलेगा और भारतीय संस्कृति से जुड़ने का एक नया माध्यम भी।