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Uttarakhand” में भीषण अग्निकांड” यहां 14 मकानों में लगी भीषण आग, फटे 4 सिलिंडर; कई मवेशी भी जले…

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तराखंड में गर्मी बढ़ने के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। भुमलाई और मझेड़ा के जंगलों में धधकी आग से वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचा है। आग से वन संपदा को हो रहे नुकसान पर पर्यावरण प्रेमियों ने गंभीर चिंता जताते हुए वन विभाग से जंगलों को बचाने के लिए गंभीरता से आगे आने की अपील की है…

वहीं उत्तराखंड के चंपावत जिले में बड़ा हादसा हो गया. यहां लड़ा गांव में आग लगने से दो मंजिला मकान जलकर खाक हो गए. आग इतनी भयावह थी कि उसने 14 मकानों की बाखली को अपने चपेट में ले लिया, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया. वहीं बताया जा रहा है कि इस आग्निकांड में तीन मवेशी भी झुलस गए, देर रात लगी आग से पूर इलाके में आफरा-तफरी का माहौल गया था. जिस वक्त ये हादसा हुआ, घर में चार लोग सो रहे थे. उन्हें ग्रामीणों, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने बाहर निकाला. पुलिस और राजस्व विभाग की टीम एक मवेशी को भी सुरक्षित बाहर निकाले में कामयाब रही है, लेकिन तीन मवेशियों की आग में जिंदा झुलकर मौत हो गई, जानकारी के मुताबिक ये घटना देर रात को चंपावत जिले के पाटी के रौलामेल ग्राम पंचायत के दूरस्थ गांव लड़ा में घटित हुई थी. बताया जा रहा है कि पहले एक घर में आग की लपटें निकली, जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. हवा तेज होने के कारण आग की लपटें कुछ ही देर में आसपास के लकड़ी के घरों तक फैल गई, ग्रामीणों की मानें तो इस दौरान आग घर में रखे सिलेंडर तक पहुंच गई और चार सिलेंडरों में विस्फोट होने के कारण आग ज्यादा भयावह हो गई. ग्रामीणों ने हो-हल्ला मचाकर घर में सो रहे चार लोगों हीरा देवा, राधिका देवी, प्रीति और भुवन चंद्र को जगाया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला, वहीं ग्रामीणों ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी. पहाड़ी रास्ता और दूरस्थ गांव होने के कारण फायर ब्रिगेड की टीम काफी देर से घटना स्थल पहुंची. तब कहीं जाकर फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया. हालांकि तब तक 14 मकान जलकर राख हो गए. पीड़ितों का कहना है कि इस अग्निकांड में उनका करीब 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. हालांकि आग कैसे लगे इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।


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