ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- आईएसबीटी देहरादून बस गैंगरेप केस में बड़ा अपडेट सामने आया है, बस गैंगरेप की पीड़िता के साथ पहले भी गलत काम हो चुका है. पीड़िता ने ये जानकारी खुद मजिस्ट्रेट को दी है. इसके बाद देहरादून पुलिस ने मुरादाबाद रेप केस में भी जीरो एफआईआर दर्ज की है।
बता दें कि नाबालिग पीड़िता के कल 22 अगस्त गुरुवार को ही मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए गए थे. अपने बयानों में मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता ने बताया कि इससे पहले भी उसके साथ यूपी के मुरादाबाद में रेप हो चुका है।
बता दें कि गैंगरेप की पीड़िता 16 साल की नाबालिग यूपी के मुरादाबाद जिले की ही रहने वाली है. पुलिस ने पीड़िता के बयानों के आधार पर देहरादून की पटेल नगर कोतवाली जीरो एफआईआर दर्ज की है. इस एफआईआर को जांच के लिए मुरादाबाद ट्रांसफर किया गया, वहीं, देहरादून पुलिस ने बताया कि पांचों आरोपियों की उन्हें दो दिन की कोर्ट से रिमांड मिल चुकी है. इसके बाद आज 23 अगस्त को ही पांचों को पुलिस दिल्ली कश्मीर गेट आईएसबीटी लेकर गई है. दिल्ली कश्मीर गेट आईएसबीटी पर पांचों आरोपियों का क्राइम सीन दोहराया जाएगा, बताया जा रहा है कि पीड़िता ने इससे पहले भी बाल कल्याण समीति और पुलिस को दिए बयानों में अपने साथ पहले भी दुष्कर्म की वारदात का जिक्र किया है. इसके बाद पुलिस ने किशोरी के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान भी दर्ज कराए. बाल एवं महिला आयोग ने पुलिस को मुरादाबाद रेप केस में अलग से मुकदमा दर्ज कराने को कहा था. इसके बाद देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने कोतवाली पटेल नगर को निर्देशित किया.
देहरादून एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर कोतवाली पटेल नगर में मुरादाबाद रेप केस में अज्ञात के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की गई है. देहरादून पुलिस ने केस को मुरादाबाद भी ट्रांसफर कर दिया है, बता दें कि बीते दिनों पीड़िता के पिता और उसके गांव के ग्राम प्रधान भी देहरादून आए थे. तब उन्होंने पुलिस को बताया कि पीड़िता पहले भी कई बार घर से भाग चुकी है और जिसे बाद में वापस लाया गया था. हालांकि इस बार पीड़िता के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराई थी. वहीं पीड़िता ने भी इस बार परिजनों से साथ जाने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद पीड़िता का देहरादून के नारी निकेतन में ही इलाज चल रहा है. पीड़िता मानसिक रूप से अस्वस्थ है, बता दें देहरादून आईएसबीटी गैंगरेप की पीड़िता यूपी के मुरादाबाद जिले की रहने वाली है, जो अपने घर से भागकर दिल्ली आ गई थी. आरोप है कि दिल्ली कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर उसने उत्तराखंड रोडवेज के ड्राइवर से पटियाला जाने के लिए बस के बारे में पूछा था, लेकिन ड्राइवर उसे गुमराह कर बस में बैठाकर देहरादून ले आया।
आरोप है कि उत्तराखंड रोडवेज की बस 12-13 अगस्त की रात को देहरादून आईएसबीटी पहुंची. यहां सभी सवारियों को उतारने के बाद ड्राइवर ने बस देहरादून आईएसबीटी की पार्किंग में खड़ी की. आरोप है कि यहीं पर बस के अंदर ही ड्राइवर और कंडक्टर ने 16 साल की नाबालिग पीड़िता के साथ रेप किया. इसके बाद दो और ड्राइवरों और उत्तराखंड रोडवेज के कैशियर ने भी बस में नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया, आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता को बस से उतार दिया और देहरादून आईएसबीटी पर अकेला छोड़ दिया. देहरादून आईएसबीटी पर पीड़िता सहमी हुई अकेले घूम रही थी, तभी उस पर गार्ड की नजर पड़ी. गार्ड ने तत्काल मामले की जानकारी बाल कल्याण समिति को दी. बाल कल्याण समिति की टीम पीड़िता को अपने साथ नारी निकेतन ले गई, जहां शुरू के दो दिन तो पीड़िता ने टीम को कुछ भी नहीं बताया, लेकिन तीसरे दिन जब पीड़िता की फिर से काउंसलिंग की गई तो उसने अपनी साथ घटी पूरी घटना बाल कल्याण समिति को बताई, इसके बाद पुलिस ने आईएसबीटी पुलिस चौकी में पीड़िता के बयानों के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया. साथ ही गैंगरेप के पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया. गुरुवार 22 अगस्त को पीड़िता के मजिस्ट्रेट के समक्ष भी बयान दर्ज कराए गए हैं. अपने बयान में पीड़िता ने बताया कि इससे पहले भी मुरादाबाद में उसके साथ रेप हो चुका है. इस मामले में देहरादून पुलिस ने अपने यहां जीरो एफआईआर दर्ज कर मुरादाबाद ट्रांसफर कर दी है.
देहरादून एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि पांचों आरोपियों की पुलिस रिमांड की अपील विशेष न्यायालय ने स्वीकृत कर ली है. हरिद्वार और देहरादून के रहने वाले चार आरोपियों का 36 घंटे, जबकि फर्रूखाबाद के निवासी पांचवें आरोपी का 46 घंटे का कस्टडी रिमांड पटेल नगर कोतवाली पुलिस को मिला है. इसके बाद आज शुक्रवार को पुलिस की टीम पांचों आरोपियों को दिल्ली के कश्मीरी गेट लेकर निकल चुकी है.
साथ ही बताया है कि मजिस्ट्रेट के सामने बयान के दौरान किशोरी ने पहले भी दुष्कर्म की बात बताई है, जिसके बाद कोतवाली पटेल नगर में जीरो एफआईआर दर्ज कर विवेचना मुरादाबाद ट्रांसफर कर दी गई है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना