ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से लाखों भक्त रामलला के दर्शन कर चुके हैं, अयोध्या में राम मंदिर में पहुंचने वाले भक्तों के जरूरी खबर है बता दें की आने वाली रामनवमी मेले में कई लाख भक्तों के जुटने की उम्मीद है.रामनवमी पर अयोध्या में राम भक्तों की भीड़ को देखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से नई गाइडलाइन जारी की गई है. रामलला के दरबार में 15 से 18 अप्रैल तक वीआईपी दर्शन पर रोक रहेगी…
राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर 15 से 18 अप्रैल तक 4 दिनों तक वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा आरती पास को भी निरस्त कर दिया गया है. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक पहले से की गई ऑनलाइन बुकिंग को भी कैंसिल कर दिया गया है।
सात लाइनों से मंदिर पहुंचेंगे भक्त
ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि रामनवमी के दिन जन्मभूमि पथ से रामलला के दर्शन के लिए 7 लाइनों से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे. मंदिर परिसर के बाहर निकलने के दौरान रामलला का प्रसाद भी उन्हें दिया जाएगा. दर्शन व्यवस्था में सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होगा. श्रद्धालु शांतिपूर्ण और सुरक्षा मानकों के तहत ही राम मंदिर में प्रवेश करेंगे. श्रद्धालु अपने साथ मोबाइल, जूता-चप्पल समेत अन्य सामानों को लेकर दर्शन के लिए मंदिर में न पहुंचें।
रामनवमी पर रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. शहर को 7 जोन और 39 सेक्टर में बांटा गया है. इसमें सिविल पुलिस, आरएएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी को तैनात किया गया है. सरयू घाट से लेकर मंदिर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, रामपथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ पर बैरियर के माध्यम से भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा. आसपास के जनपदों से जुड़ने वाले मार्ग पर सुगम यातायात व्यवस्था को लेकर रविवार को आईजी प्रवीण कुमार ने गोंडा और बस्ती जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन किया, पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन सिंह बताया कि इस बार रामनवमी पर अयोध्या में काफी भीड़ जुटने की संभावना है. संपूर्ण मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टर में विभाजित करने के साथ ही मुख्य स्टैटिक प्वाइंट भी बनाए गए हैं. प्रत्येक जोन में अपर पुलिस अधीक्षक और सेक्टर में पुलिस उपाधीक्षक व इंस्पेक्टरों की अधिकारी बनाए गए हैं, स्टैटिक प्वाइंट बनाए गए हैं, उसमें इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल को लगाया गया है. घाट को सुरक्षित करने के लिए जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बाढ़ राहत के दो पीएसी कंपनी को भी लगाया गया है. मेला क्षेत्र को लेकर 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 150 इंस्पेक्टर, 400 सब इंस्पेक्टर और 1100 कांस्टेबल मिले हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना