ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश उपजी हिंसा ने आखिरकार प्रधानमंत्री शेख हसीना की कुर्सी छीनी ही ली, बता दें की पीएम ने इस्तीफा दे दिया और वह भारत पहुंच गई हैं. इस बीच ये भी खबर आ रही है कि प्रदर्शनकारी ढाका में प्रधानमंत्री आवास में घुस गए हैं. और शेख हसीना के देश छोड़ने का जश्न मना रहे हैं।
बांग्लादेश में लगातार खराब हो रहे हालातों के बीच सेना चीफ जनरल वकार-उज-जमान देश को संबोधित करने वाले हैं. देशव्यापी कर्फ्यू को दरकिनार कर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी लॉन्ग मार्च के लिए ढाका के शाहबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए हैं. इससे पहले रविवार को हुई हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई चुकी है।
बांग्लादेश के हालात ठीक वैसे ही बनते जा रहे हैं, जैसे कुछ समय पहले पाकिस्तान के थे. पाकिस्तान की तरह ही अंदरूनी कलह से जूझ रहे बांग्लादेश में लॉन्ग मार्च का आह्वान किया. छात्र नेताओं ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सविनय अवज्ञा आंदोलन की घोषणा की।
बांग्लादेश में ताजा हिंसा 5 अगस्त को हुई. सुबह-सुबह बंग्लादेश के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए और शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच झड़पें शुरू हो गईं. प्रदर्शन ने इतना उग्र रूप ले लिया कि पुलिस और छात्रों के बीच भी झड़पें शुरू हो गईं. सुरक्षा बलों ने हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और स्टन ग्रेनेड दागे. इस हिंसा में कई पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई।
भारत ने जारी की एडवाइजरी
बांग्लादेश में हिंसा को देखते हुए, भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को पड़ोसी देश की यात्रा न करने को लेकर एडवाइजरी जारी की है. मौजूदा दौर में बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने और अपने आपातकालीन फोन नंबरों के माध्यम से ढाका में भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा सरकार ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना