ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है. वहीं कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था व किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए सरकार ने ठेली-फेरी लगाने वालों का सत्यापन करना अनिवार्य कर दिया है, साथ ही ढाबे और दुकानों के बाहर नाम लिखना अनिवार्य कर दिया है, जिसके लिए पुलिस महकमे को निर्देशित किया गया है…
उत्तर प्रदेश की तरह अब उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा के रूट पर दुकानदारों को होटल और ढाबे वालों को रेट लिस्ट के साथ ही अपना नाम भी लिखना होगा।हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने रेस्टोरेंट मालिकों को कांवड़ यात्रा मार्ग पर नाम प्रदर्शित करने का आदेश जारी किया है।
हरिद्वार एसएसपी परमेंद्र डोबाल ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर जो होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट हैं या जो रेड़ी-पटरी वाले हैं उन्हें उनके मालिक का नाम अनिवार्य रूप से लिखना होगा। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मंगलौर क्षेत्र में ढाबे पर लहसुन और प्याज का भोजन परोसे जाने से हुए हंगामे के बाद पुलिस ने ढाबा और होटल संचालकों के साथ बैठक की। इसमें पुलिस ने कहा कि ढाबा और होटलों में कांवड़ यात्रा के दौरान लहसुन और प्याज का खाना नहीं परोसा जाएगा। साथ ही मांसाहार किसी भी स्थिति में नहीं बनाया जाएगा।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना