ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती अपने बयान को लेकर हमेशा सुर्खियों रहते हैं, अब उन्होंने एक और बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि जब देश में एक टैक्स, वन नेशन, एक इलेक्शन की बात होती है तो फिर एक देश में गाय के लिए एक कानून होना चाहिए. गौ हत्या बंद होनी चाहिए. लेकिन कुछ राज्यों में गौ हत्या पर प्रतिबंध लगा हुआ है और कुछ राज्यों में आज भी लगातार गौ हत्या हो रही है. ऐसे में पूरे देश में गौ हत्या बंद हो इसके लिए एक कानून होना चाहिए. इसी को लेकर हम पूरे देश में गौ ध्वज स्थापना के तहत भारत यात्रा कर रहे हैं. लेकिन चार राज्यों में एंट्री नहीं मिली.
आपको बता दें कि अविमुक्तेश्वरानंद देश में गौ हत्या के खिलाफ मुहिम छेड़े हुए हैं. शंकराचार्य सभी राज्यों में गौ ध्वज स्थापना करने के लिए भारत यात्रा कर रहे हैं. अब तक शंकराचार्य ने 8 राज्यों की यात्रा की है. जिसमें चार राज्यों में उन्हें एंट्री दी गई है. चार राज्यों में उन्हें घुसने नहीं दिया गया. इसके साथ ही अविमुक्तेश्वरानंद ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता मानने से इंकार किया है।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा की साल 2014 में हमने मोदी को यही सोचकर आशा करते हुए वोट दिया था कि यह देश में गौ हत्या बंद कर देगा. लेकिन जितनी बड़ी आशा हमने की थी इतनी बड़ी निराशा भी हमें हाथ लगी है. जितने ज्यादा ऊपर हम पहुंचे थे उतने ही हमें नीचे पहुंचना पड़ा. मोदी जी से हम कम आशा रखते तो कम दुख होता. उन्होंने बड़ी आशा जताई थी इसलिए हमें बड़ा दुख हुआ है।
इसके अलावा उन्होंने कहा की पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मोहम्मद अली जिन्ना बने क्योंकि पाकिस्तान नया जन्मा था. लोग अफवाह फैलाते हैं कि मोहनदास करमचंद गांधी राष्ट्रपिता हैं. यदि राष्ट्रपिता हैं तो बताओं कि उन्होंने किस राष्ट्र को जन्म दिया. भारत तो पहले से था, भारत को किसी ने नहीं जन्मा. कोई भी यहां राष्ट्रपिता के पर पद प्रतिष्ठित नहीं किया जा सकता।