
कांग्रेस का अंदरूनी कलह बताता है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है जहां कांग्रेस पार्षद ने कांग्रेस महिला महानगर अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष पर ही आरोप लगा दिया कि वह अल्पसंख्यक विरोधी है वह अल्पसंख्यकों को सिर्फ वोटर समझते हैं।
ख़बर पड़ताल ब्यूरो। शहर के सिटी क्लब में “वोट चोर गद्दी छोड़ो आंदोलन” के तहत आयोजित एक बैठक के दौरान उस समय माहौल गर्म हो गया, जब कांग्रेस पार्षद परवेज़ कुरैशी ने मंच से ही अपने ही नेताओं पर गंभीर आरोप लगा दिए।
पार्षद परवेज़ कुरैशी ने कांग्रेस महानगर अध्यक्ष ममता रानी और जिला अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि—
“कांग्रेस मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक समझती है। जब-जब अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होता है या जब ईदगाह की जमीन को लैंड जिहाद का नाम देकर कब्जा किया जाता है, तब कांग्रेस के नेता न तो आवाज उठाते हैं और न ही अल्पसंख्यक समुदाय के साथ खड़े दिखाई देते हैं।”
उनके इस आरोप पर मंच पर ही विवाद बढ़ गया। जैसे ही कुरैशी बोल रहे थे, महानगर अध्यक्ष ममता रानी खड़ी हो गईं और आरोपों का विरोध करते हुए कहा कि पार्टी हमेशा से सभी वर्गों के लिए लड़ती रही है और ऐसे आरोप बेबुनियाद हैं।
इसके बाद मंच पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया और बैठक का माहौल काफी देर तक तनावपूर्ण रहा। उपस्थित कार्यकर्ता भी दो गुटों में बंटते दिखाई दिए।
स्थानीय राजनीतिक हलकों में इस घटना की जोरदार चर्चा है और माना जा रहा है कि रुद्रपुर कांग्रेस में अंदरूनी खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है।
